प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण कोष (पीएम केकेकेवाय) और जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) को स्थापित हुए मंगलवार को एक दशक पूर्ण हुआ। खनन प्रभावित क्षेत्रों में सामाजिक एवं आधारभूत विकास को गति देने के उद्देश्य से स्थापित यह कोष बीते एक दशक में जन-जीवन में बदलाव का पर्याय बन चुका है। जिले में अब तक हुए कार्यों पर नजर डालें तो स्वास्थ्य और पर्यटन समेत विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां सामने आई हैं। उदयपुर जिले में डीएमएफटी मद से पूर्ण हुए विभिन्न विकास के कार्यों ने आमजन को सीधी राहत पहुंचाई है।
एमआरआई मशीन से मिली मरीजो को राहत
दक्षिणी राजस्थान के सबसे बड़े राजकीय चिकित्सालय एमबी हॉस्पिटल में 15.25 करोड़ की लागत से डीएमएफटी मद अंतर्गत स्थापित 3.0 टेस्ला एमआरआई मशीन ने अब तक 25 हजार से अधिक मरीजों को निःशुल्क जांच सुविधा उपलब्ध कराई है। तीन वर्षों में 42 हजार से अधिक एमआरआई जांचें की जा चुकी हैं। निजी अस्पतालों में महंगे खर्च वाली जांच अब गरीब मरीजों को बिना शुल्क के मिल रही है। समय पर निदान होने से इलाज की प्रक्रिया भी तेज हुई है।
उबेश्वर महादेव क्षेत्र को मिली नई पहचान
पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण उबेश्वर महादेव मंदिर परिसर का कायाकल्प भी डीएमएफटी की बड़ी उपलब्धि रही है। लगभग 4.77 करोड़ रुपए की लागत से एनीकट, झरना, तालाब, सीढ़ियां और पहुंच मार्ग का विकास कार्य पूरा किया गया। बरसात में यहां के झरने और हरियाली अब सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। श्रद्धालुओं को भी सुविधाजनक वातावरण प्राप्त हो रहा है।
जिला परिषद में हुआ संगोष्ठी का आयोजन
डीएमएफ स्थापना का एक दशक पूर्ण होने पर मंगलवार को जिला परिषद सीईओ रिया डाबी के सानिध्य में जिला परिषद सभागार में संगोष्ठी का आयोजन हुआ, इस दौरान खनी अभियंता आसिफ अंसारी ने जिले में डीएमएफटी की उपलब्धियों एवं प्रगति प्रतिवेदन पर प्रकाश डाला साथ ही विभागवार हुए कार्यों एवं आय व्यय की भी जानकारियां साझा की। विभिन्न विभागों ने पीपीटी प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विभागन्तर्गत पूर्ण हुए उल्लेखनीय कार्यों की भी जानकारियां दी। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।