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सिफडैक ने भारत में लॉन्च किया महत्वापूर्ण  ब्लॉकचेन इकोसिस्टम

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16 Apr 24
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सिफडैक ने भारत में लॉन्च किया महत्वापूर्ण  ब्लॉकचेन इकोसिस्टम

मुंबई : सिफडैक - द इवॉल्यूशन ऑफ इनोवेटिव ब्लॉकचेन ईकोसिस्टम पावर्ड बाय एआई नए जमाने की एक फिनटेक कंपनी है, जो ब्लॉकचेन लेयर 1, नेटिव कॉइन, एक्सचेंज सेवाओं, एमपीसी वॉलट, डेफी, एनएफटी, गेमिंग समेत अन्य प्रॉडक्ट्स सहित अनेक समाधान प्रदान करती है। कंपनी ने भारत में अपने परिचालन के शुभारंभ की घोषणा की है।

सिफडैक के नए समाधान पारंपरिक ढांचे और ब्लॉकचेन टेक्नोनलॉजी के बीच अंतर को कम करके व्यवसायों को तेजी से विकसित हो रहे वेब 3.0 परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाते हैं। साथ ही केंद्रीकृत सरकार, विकेंद्रीकृत अर्थव्यवस्था और यूजर्स के हितों के बीच संतुलन सुनिश्चित करते हैं। सिफडैक पारदर्शिता, सुरक्षा, स्केलेबिलिटी और तालमेल को प्राथमिकता देते हुए केंद्रीकृत अर्थव्यवस्थाओं के साथ समन्वय का काम करता है।

सिफडैक ब्लॉकचेन इकोसिस्टम इंडस्ट्रीज़ आईएनडी अब आधिकारिक तौर पर भारत में पंजीकृत है और इसका मुख्यालय मुंबई में है। इसके अन्य कार्यालय रणनीतिक रूप से दिल्ली, बेंगलुरु और कोलकाता में स्थित हैं। भारतीय बाज़ार में इसकी शुरुआत ब्लॉकचेन परिदृश्य को आगे बढ़ाने की इसकी प्रतिबद्धता को जाहिर करती है।

सिफडैक के फाउंडर एवं चेयरमैन, हिमांशु मराडिया ने सिफडैक के भारत में प्रवेश को लेकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "हम सिफडैक की यात्रा के इस नए अध्याय की शुरुआत को लेकर उत्सा हित हैं क्योंकि हमने तेजी से विकसित होते और गतिशील भारतीय बाजार में कदम रखा है। हमारे अभिनव समाधान भारत के ब्लॉकचेन और डिजिटल वित्त इकोसिस्टम में मौजूद चुनौतियों और अवसरों का समाधान करने के लिए तैयार हैं। हमारा लक्ष्य व्यवसायों और व्यक्तियों को मजबूत सुरक्षा और दक्षता के साथ सशक्त बनाना और विभिन्न क्षेत्रों में विकास और इनोवेशन को बढ़ावा देना है।"

सिफडैक के भारत लॉन्च के बारे में सिफडैक को-फाउंडर और वैश्विक सीईओ, राहुल मराडिया ने कहा, "हम सिफडैक को बदलाव को गति देने वाले घटक के रूप में देखते हैं, जो व्यवसायों और व्यक्तियों को अत्याधुनिक समाधानों के साथ सशक्त बनाता है और डिजिटल वित्त में सुरक्षा, दक्षता और पहुंच में बढ़ोतरी करता है। हमारा लक्ष्य ब्लॉकचेन ईकोसिस्टम में क्रांति लाना और इसकी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करना है, जिससे अधिक समावेशी और समृद्ध भविष्य का निर्माण किया जा सके।"
20 साल की उम्र से राहुल ने अपने पिता हिमांशु मराडिया के साथ सिफडैक की अवधारणा तैयार करने में योगदान दिया। उन्हें नियमित रूप से वेब 3.0 और ब्लॉकचेन वैश्विक समुदाय के बीच इस क्षेत्र के प्रमुख युवा उद्यमियों में से एक के रूप चिन्हित किया गया है। 


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