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निम्स विश्वविद्यालय द्वारा डॉ.बीआर अंबेडकर जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित

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15 Apr 24
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निम्स विश्वविद्यालय द्वारा डॉ.बीआर अंबेडकर जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित

जयपुर,निम्स विश्वविद्यालय की और से डॉ.बीआर अंबेडकर जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर निम्स विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सर्किट हाउस में निम्स सलाहकार प्रोफेसर अमेरिका सिंह में डॉ अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर निम्स के पदाधिकारी डॉ. पंकज सिंह, डॉ. दीपक सिंह, डॉ. संदीप त्रिपाठी, डॉ. दुष्यंत सिंह, डॉ. गोविन्द उपाध्याय,प्रताप शर्मा,सोहन जी,बाबूलाल जी,बंटी जी,भागीरथ जी,राम सिंह जी,किशन जी,विकास जी,मनु ज़ी सहित कई नागरिक उपस्थित थे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रो. सिंह ने कहा की सामाजिक समरसता के अग्रदूत डॉ.बीआर अंबेडकर ने देश में व्याप्त असमानता को दूर करने तथा वंचित वर्गों को सामाजिक न्याय दिलाने के निमित्त किए गए प्रयास और उनके योगदान के लिए देशवासी सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेंगे। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्त्ति के सशक्तीकरण के लिए बाबा साहब द्वारा किए गए प्रयास हम सभी को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे। भेदभाव रहित एवं समरस समाज का निर्माण ही डॉ. आंबेडकर के प्रति हम सभी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने विविधता लिए भारत देश को एक मजबूत और लोक हितैषी संविधान दिया, जिसकी नींव पर भारतीय लोकतंत्र निरंतर पल्लवित हो रहा है। भारत को एक सर्वस्पर्शी व सर्वसमावेशी संविधान देकर बाबासाहेब आंबेडकर जी ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की नींव रखी जिससे देश का हर नागरिक समान अधिकार के साथ अपने सपनों को साकार कर सके। देश के लिए बाबा साहब का योगदान अविस्मरणीय है।

हमारे संविधान-शिल्पी डॉ.अंबेडकर, न्याय व समता पर आधारित समाज के लिए आजीवन प्रयत्नशील रहे। आइए, हम सब उनके महान व्यक्तित्व और जीवन मूल्यों से प्रेरणा लेते हुए, उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लेवे। उनके आदर्शों को अपनाने के साथ और एक समतावादी और समृद्ध राष्ट्र और समाज बनाने की दिशा में काम करना जारी रखें। ऐसे महान राष्ट्रसेवक भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि वंदन। अंबेडकर जयंती के अवसर पर हम सभी से डॉ. अंबेडकर द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने और समाज, राज्य और राष्ट्र के विकास, प्रगति और समृद्धि के लिए भारतीय संविधान के मूल्यों और भावना को बनाए रखने की अपील करते हैं।


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