उदयपुरश्री एकलिंगननाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन की ओर से 17 मई को उदयपुर में आयोजित किए जा रहे सर्व समाज सामूहिक विवाह को लेकर लग्न लिखाई की रस्म बुधवार 14 मई को बोहरा गणेशजी मंदिर में होगी।
श्री एकलिंगननाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन के संस्थापक अध्यक्ष आकाश बागडी ने बताया कि सर्व समाज सामूहिक विवाह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। बुधवार को लग्न लिखाई की रस्म सुबह 10 बजे बोहरा गणेशजी मंदिर में होगी। लग्न लिखाई में दोनों पक्षों को आमंत्रित किया गया है। सर्व समाज का दहेज मुक्त व पूर्ण रुप से आडंबर रहित सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा। इसके लिए 11 जोडो का पंजीयन हो चुका है। राजस्थान का यह पहला ऐसा सामूहिक विवाह समारोह है जिसमें सर्व समाज के जोडे भाग ले सकते हैं और दुल्हा दुल्हन पक्ष को किसी प्रकार का शुल्क भी नहीं देना होगा। केवल एक ही शर्त रहेगी कि यह विवाह समारोह पूरी तरह दहेज मुक्त और आडंबर रहित होगा। विवाह की सारी व्यवस्थाएं संगठन की ओर से की जा रही है।
बागडी ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह 17 मई को सभी वैवाहिक कार्यक्रमों के बाद रात को मां अंबे के नाम एक भजन संध्या भी होगी। अपराह्न करीब 3 बजे दुल्हा-दुल्हन की शोभायात्रा बोहरा गणेशजी मंदिर से प्रारंभ होगी जो महासतिया चौराहे पर सत्यम गार्डन पहुंचेगी। शोभायात्रा में हाथी, घोडी, बग्गिया और बैंडबाजे होंगे। बागडी ने बताया कि दोनों परिवारों की ओर से 50-50 लोग आमंत्रित होंगे। बागडी ने बताया कि जो भी जरुरतमंद जोडे हैं जो आर्थिक कारणों से विवाह नहीं कर पा रहे हैं वे 16 मई तक अपने आवेदन कर सकते हैं।
संगठन के संरक्षक निर्मल कुमार पंडित व विनोद पांडे ने बताया कि लडका-लडकी दोनों बालिग होने चाहिए और दोनों में वैवाहिक संबंध की आपसी सहमति होनी चाहिए। दुल्हा व दुल्हन से 30 साल का एग्रीमेंट होगा कि वे इस अवधि में आपसी विवाद होने पर कोर्ट या थाना जाने की बजाए पहले संगठन से चर्चा करेंगे। संगठन की ओर से दोनों की दो बार काउंसलिंग होगी और उसके बाद भी बात नहीं बनती है तो दूल्हा पक्ष एक लाख रुपए दुल्हन पक्ष को देकर अपनी आगे की कार्रवाई कर सकते हैं।