उदयपुर। श्री एकलिंग नाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन ने शुक्रवार को प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देकर नवरात्रि महोत्सव के दौरान पारंपरिक गरबा व डांडिया लोकनृत्य की आड़ में आयोजित कार्यक्रमों में फूहड़, अश्लील नृत्य, फिल्मी गाने तथा देवी देवताओं का रूप धर कर नाचने पर प्रतिबंध लागू करने की मांग की।
श्री एकलिंग नाथ सेवा संगठन के संस्थापक अध्यक्ष आकाश बागडी ने बताया कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने गरबा कार्यक्रमों में फूहडता के खिलाफ कलेक्टी के बाहर सांकेतिक प्रदर्शन किया और उसके बाद जिला कलेक्टर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर नवरात्रि महोत्सव की आड में संस्कृति का विनाश करने वाल लोगों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने की मांग की।
संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री एडवोकेट निर्मल कुमार पंडित ने कहा कि विगत कुछ वर्षों से ध्यान में आ रहा है कि व्यावसायिक तथा विकृत मानसिकता के कतिपय लोग गरबा डांडिया नाईट इवेंट की आड़ में फूहड़, अश्लील पहनावे को बढ़ावा देकर, पश्चिमी संगीत पर डांस करवा कर तथा डांसरों का देवी देवताओं जैसा मेकअप कर उनसे डांस करवा कर हमारी धार्मिक धरोहर को विकृत रूप में प्रस्तुत कर लाखों सनातनियों की भावना को आहत कर रहे हैं।
श्री बागडी ने मांग की कि जो भी आयोजक गरबा, डांडिया जैसे शब्दों तथा देवी देवताओं के चित्रों का बैनर में प्रयोग कर गरबा, डांडिया नाइट आयोजित कर रहे हैं, उन्हें निर्देशित किया जाए कि आयोजन में गैर हिन्दू का प्रवेश पूर्ण वर्जित हो। अश्लील और फूहड़ पहनावा पर रोक लगाई जाए। कार्यक्रम रात्रि 11 बजे तक समाप्त किया जाए ताकि घर लौटते समय माता बहनें किसी अप्रिय घटना का शिकार न बनें। प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष मंजू खिंची, सुनीता प्रजापत व मीना यादव सहित कई महिलाएं भी उपस्थित थीं