रूस और यूक्रेन ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हुए हमलों के लिए सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समक्ष एक दूसरे पर दोषारोपण किया। इसको लेकर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि इसने दुनिया को खतरनाक रूप से परमाणु हादसे के करीब पहुंचा दिया है। आईंएईंए महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कहा कि उनकी एजेंसी ने 7 अप्रैल से जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ तीन हमलों की पुष्टि की है। उन्होंने सुरक्षा परिषद से कहा, ये लापरवाह हमले तुरंत बंद होने चाहिए। हालांकि, सौभाग्य से, इस बार उनके कारण कोईं रेडियोलॉजिकल हादसा नहीं हुआ है, लेकिन इससे जोखिम काफी बढ़ जाते हैं.. जहां परमाणु सुरक्षा से पहले ही समझौता किया जा चुका है। ग्रॉसी ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि संयंत्र पर हमला करने वाले ड्रोन की रिमोट-नियंत्रित प्रकृति का मतलब है कि यह निश्चित रूप से पता लगाना असंभव है कि उन्हें किसने संचालित किया।