जैसलमेर । भा.वा.अ.शि.प.-शुष्क वन अनुसंधान संस्थान, (आफरी) जोधपुर द्वारा वन विज्ञान केन्द्र, बीकानेर के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, जैसलमेर में “पश्चिमी राजस्थान के इंदिरा गांधी नहर क्षेत्र में उन्नत कृषि वानिकी” विषय पर वन विभाग राजस्थान के क्षेत्र पदाधिकारियो एवं किसानो के लिए तीन दिवसीय (15 मार्च, 2024 से 17 मार्च, 2024 तक) प्रशिक्षण कार्यक्रम शुभारम्भ किया गया।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि देवा राम सुथार, राजस्थान प्रशासनिक सेवा( से.नि.जैसलमेर, विशिष्ठ अतिथि डॉ. दीपक चतुर्वेदी, प्रभागाध्यक्ष कृषि विज्ञान केंद्र, जैसलमेर एवं अध्यक्ष एम. आर. बालोच,भा.व.से,निदेशक, भा.वा.अ.शि.प.-शुष्क वन अनुसंधान संस्थान का पुष्पगुच्छ द्वारा स्वागत किया गया ।
इस दौरान मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में जैविक खेती के उपयोग के साथ समुचित पशुपालन द्वारा कृषि वानिकी से होने वाली आय को बढ़ाने के बारे मे एवं परम्परागत खडीन कृषि प्रणाली पर अपने विचार व्यक्त करते हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को नयी तकनीकों के समावेश के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री बालोच ने कृषि एवं वृक्षों के सहसंबंध को विस्तार से समझाते हुए उन्नत कृषि वानिकी में आफरी द्वारा किए गए कार्यो के साथ उत्तम गुणवत्तायुक्त पौध सामग्री की विभिन्न मॉडल द्वारा प्राप्ति एवं आफरी द्वारा जारी किए गए शीशम क्लोन के साथ अन्य तकनीकों को विस्तारपूर्वक से जानकारी प्रदान की। विशिष्ठ अतिथि ने उन्नत कृषि वानिकी के लिए मृदा उर्वरता बढ़ाने पर जोर दिया तथा प्रशिक्षणार्थियों के लिए मिल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम को नवीन तकनीकों से परिचित होने का सुअवसर बताया।
प्रशिक्षण मे डॉ. बिलास सिंह,मुख्य तकनीकी अधिकारी द्वारा वन विज्ञान केन्द्र एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का परिचय दिया गया। प्रशिक्षणार्थियों को कृषि वानिकी एवं खडीन कृषि प्रणाली पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन अनिल सिंह चौहान, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, आफरी, जोधपुर द्वारा किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में एम. आर. बालोच, डॉ. संगीता सिंह, एस.आर.बालोच, डॉ. बिलास सिंह विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए गये। कार्यक्रम मे ओम प्रकाश, तकनीकी सहायक का सराहनीय सहयोग रहा ।