जैसलमेर भारत निर्वाचन आयोग की सामान्य पर्यवेक्षक श्रीमती दीपा रंजन ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जैसलमेर जिले में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियो की विस्तृत समीक्षा की ओर अब तक किए गए चुनाव इंतजामों का जायजा लिया।
इस मौके पर श्रीमती रंजन ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व है और इसमें प्रत्येक व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव न केवल निष्पक्ष और निर्भीक तरीके से कराया जाना चाहिए बल्कि इसकी पारदर्शिता हर स्तर पर स्पष्ट नजर आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी अधिकारी आपसी समन्वय, सतर्कता एवं जिम्मेदारी से कार्य करें। इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए अपने-अपने अनुभागों से संबंधित दायित्वों का पालन सुनिश्चित करें।
सामान्य पर्यवेक्षक श्रीमती रंजन ने बैठक में चुनाव संचालन, कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, नियंत्रण कक्ष, सामान्य व्यवस्था, प्रशिक्षण, आदर्श आचार संहिता, मतपत्र मुद्रण, डाक, आईटी, मतदान सामग्री, रूटचार्ट, संचार व्यवस्था, ईवीएम, मतदान/मतगणना दल सहित सभी प्रकोष्ठों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होनें मतदान दलों के प्रशिक्षण, सी-विजिल एप, एनजीआरएस पोर्टल की सतत् निगरानी के साथ सूचना संप्रेषण एवं नियंत्रण कक्ष से समन्वय स्थापित करने की बात कही।
उन्होंने आदर्श आचार संहिता एवं शिकायत प्रकोष्ठ से जुड़े अधिकारियों को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समय-सीमा में शिकायतों का निस्तारण एवं कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एफएसटी तथा एसएसटी द्वारा प्राप्त शिकायतों को पूरी गंभीरता के साथ निस्तारित किया जाना चाहिए।
सामान्य पर्यवेक्षक ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के संबध में विस्तृत जानकारी लेते हुए कहा कि मतदाता जागरूकता गतिविधियों के तहत गत विधानसभा चुनावों में न्यूनतम मतदान वाले मतदान केन्द्रों का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए योजनाबद्ध रूप से विशेष प्रयास किये जाए।
श्रीमती रंजन ने कहा की 14 अप्रैल से शुरू होने जा रही होम वोटिंग से कोई भी पात्र मतदाता वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रूप से संपन्न होनी चाहिए। 85 वर्ष की आयु से ऊपर तथा 40 प्रतिशत दिव्यंगता वाले मतदाताओं को होम वोटिंग के माध्यम से मतदान करने में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए।
सामान्य पर्यवेक्षक ने कहा कि मतदाता निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें, इसके लिए जागरूकता गतिविधियों के साथ-साथ भय मुक्त वातावरण निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होनें सहायक रिटर्निंग अधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र में आपराधिक तत्वों को पाबंद करवाने के लिये कहा। साथ ही संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों की सूक्ष्म स्तर पर निगरानी तथा उन्हें वेब-कासिं्टग से जोड़ने, नकद, शराब वितरण पर निगरानी रखने के निर्देश दिए।
इस मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी प्रताप सिंह ने जिले में निष्पक्ष और निर्भीक तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी दी। उन्होंने चुनाव कार्मिकों के प्रशिक्षण और ईवीएम व वीवीपैट की वितरण एवम संग्रहण व्यवस्था, वाहनों का अधिग्रहण आदि के बारे में बताया।
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने जिले में हुई सीजर की कार्यवाही, नाकाबंदी सहित शांति एवं कानून व्यवस्था के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर जिलापरिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भागीरथ बिश्रोई, उप जिला निर्वाचन अधिकारी मुन्नीराम बगड़िया सहित विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी एवं निर्वाचन से जुडे अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।