जैसलमेर । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुनील कुमार बिष्नोई ने गुरुवार को जिला षिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान की छात्र-छात्राओं को एडीआर सेंटर का भ्रमण करवाकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित की जा रही विधिक सेवा गतिविधयों से अवगत करवाया। उन्होंने एडीआर सेंटर भवन का अवलोकन करवाते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित की जा रही विधिक सेवा गतिविधयों जैसे- विधिक सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया और पात्रता, लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम, मध्यस्थता के प्रावधान, स्थायी लोक अदालत द्वारा जन उपयोगी सेवा संबंधी मामलों के निस्तारण की जानकारी व प्रक्रिया, प्री-लिटिगेषन स्टेज पर प्राप्त प्रकरणों के निस्तारण, राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से राजीनामा योग्य लंबित प्रकरणों को निपटाने संबंधी जानकारियां दी गयी।
इस दौरान उन्होंने एडीआर सेंटर के चारों ओर लगाए गए पेड़-पौधों का अवलोकन करवाते हुए तथा आगामी 22 अप्रेल पृथ्वी दिवस को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारियां प्रदान की। उन्होंने छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक संख्या में अपने-अपने क्षेत्रों में पेड़-पौधे लगाने व उनका संरक्षण करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण नागरिकों का मूल कर्तव्य भी है एवं संविधान के अनुच्छेद 51 क में बताया गया है कि भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि वह प्राकृतिक पर्यावरण की, जिसके अंतर्गत वन, जीव, नदी और वन्यजीव है, रक्षा करें और उनका संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दया भाव रखे। संस्थान के छात्र-छात्राओं ने एडीआर सेंटर में लगाए गए कमल, गुलाब, कनेर, गेंदे की फुलवारी तथा विभिन्न प्रजाति के पेड़ व फलों के वृक्ष देखकर अभिभूत हुए तथा उन्हें परिसर के चारों ओर हरियाली, मधुमक्खियों के छत्ते व पक्षियों के छोटे-छोटे घोंसले देखने के नायाब उदाहरण मिले।
इस अवसर पर छात्र-छात्राएं पर्यावरण के प्रति जागरूक होकर पेड़-पौधे लगाने व उनका संरक्षण करने के लिए प्रेरित हुए ताकि वर्तमान समय में कम से कम प्रदूषण फैले। विद्यार्थियों के साथ जिला षिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान के व्याख्याता आनंद कुमार, वरिष्ठ सहायक जीवणसिंह तथा एक्षन एड यूनिसेफ के जिला समन्वयक इंजमामुल हक भी उपस्थित रहे।