कोटा ।टीम जीवनदाता द्वारा मदद का सिलसिला जारी है। दिन हो या रात, कोई भी कार्य हाथ में हो, ये रक्तदाता फॉरेन पहुंचकर मदद के लिए पूरी जी जान लगा देते है। शनिवार को भी कुछ ऐसा वाकया हुआ जब निजी अस्पताल में सुरज जैन रोगी को लाया गया और उनकी प्लेटलेट्स काउंट बहुत कम रह गई। ऐसे में प्रातः 3 बजे से ही परिजन डोनर के लिए परेशान घूमते रहे किंतु अर्धरात्रि के चलते निराशा मिली। टीम जीवनदाता के भुवनेश गुप्ता को कॉल गया तो उन्होंने प्रातःकाल 5 बजे ही टीम के मनीष माहेश्वरी को कॉल लगा दिया। मनीष ने काल उठकर 6 बजे आने को कहा। नियत समय पर मनीष माहेश्वरी तलवंडी स्थित अपना ब्लड बैंक पहुंचकर एसडीपी डोनेट की। मनीष अब तक 29 बार रक्तदान के साथ कुल 87 बार डोनेशन कर चुके है । पिता रामचरण आए छोटा भाई अवनीश माहेश्वरी को अपना आदर्श मानते है और उनकी प्रेरणा से निरंतर ये जीवनदायिनी कार्य 10 वर्षो से कर रहे है