उदयपुर। पीएफसी एजुकेशन ने अपना 7वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस खास अवसर पर संस्थान ने यूएस-सीएमए कोर्स की शुरुआत की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनीत पवार थे, जिन्होंने छात्रों को यूएस-सीएमए कोर्स और उसके भविष्यगत अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
यूएस एण्ड सीएमए एक अंतरराष्ट्रीय प्रोफेशनल कोर्स है जो मेनेजमेनट अकाउन्टिंग और फाइनेन्शियल मेनमजमेन्ट मेंं करियर बनाने का अवसर देता है। इससे छात्र ग्लोबल लेवल पर बेहतरीन करियर अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
स्थापना दिवस पर संस्थान की संस्थापक एवं निदेशक मीनाक्षी भेरवानी ने पीएफसी एजुकेशन की पहली मैगज़ीन का विमोचन किया। इस पत्रिका में मीनाक्षी भेरवानी का जीवन परिचय प्रकाशित किया गया है, साथ ही संकाय सदस्यों गुंजन वाधवानी एवं हुसैन अली बोहरा सहित अन्य शिक्षकों और टीम सदस्यों के लेख भी शामिल किए गए हैं। इसके अतिरिक्त छात्रों ने भी अपनी रचनाओं और कलात्मक प्रस्तुतियों से पत्रिका को समृद्ध बनाया है।
इस मौके पर पीएफसी टीम के सदस्य भी मौजूद रहे। इनमें संस्थापक मीनाक्षी भेरवानी, शिक्षक गुंजन वाधवानी और हुसैन अली बोहरा के साथ-साथ अन्य टीम सदस्य भी शामिल रहे। इनमें एचआर से रिया गेरा, एडमिन टीम से कीर्ति धाकड़ और रविषा कोठारी, वहीं डिजिटल मार्केटिंग टीम से हर्षित पालीवाल और मोहक चावला भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में छात्रों के लिए एक ओपन माइक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने डांस, शायरी, पोएट्री और सॉन्ग जैसे कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी-अपनी प्रतिभाओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। यह आयोजन छात्रों की रचनात्मकता और ऊर्जा का केंद्र बिंदु रहा।
कार्यक्रम का संचालन श्रेय सोमानी और सराक्षी जैन ने किया। मंच पर प्रस्तुतियों में खुशी ठाकुरानी, लक्षिता सोमानी, रिधिमा लड्डा, अक्षिता समदानी, रेनी समर, उन्नति जैन और पीयूष धाधिया ने नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं प्रणय अग्रवाल और गर्वित डाक ने मिलकर सुरीला गीत प्रस्तुत किया। शाहीन बानो ने अपनी कविता सुनाकर सभी को प्रभावित किया, जबकि संस्थान के शिक्षक हुसैन अली बोहरा ने शायरी सुनाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के स्वयंसेवकों योकशित कर्दा, कविता भंसाली, हीरल कस्तूरी, शाहीन बानो, साकिना जरीवाला, यशिता, अक्षिता समदानी, अलकमर बारोडावाला, होज़ेफ़ा पतवा, अभिषेक राठौड़, पीयूष धाधिया, दक्ष अग्रवाल और गर्विर डाक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।