शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत कोटा शहर में 4 नमूने पोहे के लेते हुए लगभग साढ़े तैंतीस क्विंटल पोहे सीज किए गए एंव दीपावली अभियान के तहत लिए नमूनों में 08 मामलों में परिवाद अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में प्रस्तुत किए गए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा नरेन्द्र नागर के नेतृत्व में कोटा जिले में मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर सब्जी मंडी रोड स्थित एक फर्म पर निरिक्षण किया , यहां बिहार से आए रहे 58 कट्टों (प्रत्येक में 30 किलो) (अमृत भोग ) पोहे रखे थे जिनका 37 रु प्रति किलो भाव था जबकि बाजार में पोहे के भाव 48-50 रु प्रति किलो चल रहा है,इन पोहो में अन्य पोहे की तुलना में व्हाटनेस ज्यादा थी, जिसके कारण इन पोहो में कलर डालने की आशंका होने पर नमूने लेते हुए शेष माल सीज किया गया।
इसी प्रकार कैथूनीपोल में एक बड़े थोक विक्रेता के यहां भी उपरोक्त अमृत भोग ब्रांड के 54 कट्टे रखें थे यहां से भी नमूने लेकर शेष माल सीज किया।
इन पोहो के कट्टों पर निर्माता का पता , उत्पादन तिथि,बैच नं इत्यादि भी अंकित नहीं पाये गये।
इस प्रकार कोटा शहर में विभिन्न ब्रांडो के 4 नमूने पोहा के खाद्य सुरक्षा एंव मानक अधिनियम 2006 के तहत लेते हुए 33.5 क्विटंल पोहा सीज किया गया।
उपरोक्त कार्यवाहियों में खाद्य सुरक्षा अधिकारी चंद्रवीर सिंह जादोन,संदीप अग्रवाल,अरुण सक्सेना, मोजी लाल कुंभकार शामिल रहे।