उदयपुर, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की तैयारियों के अंतर्गत आज प्रातः 6:30 से 8:00 बजे तक उदयपुर के ऐतिहासिक गणगौर घाट पर योग प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कार्यक्रम भव्य रूप से संपन्न हुआ। यह आयोजन जिला प्रशासन, आयुर्वेद विभाग, नगर निगम, नगर विकास प्राधिकरण, पतंजलि योग समिति, आहुति सेवा संस्थान तथा अन्य स्वयंसेवी संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्वयंसेवकों एवं योग प्रेमियों ने भाग लिया और आमजन में योग के प्रति उत्साह एवं जागरूकता का परिचय दिया। पूरे आयोजन का संचालन आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित सामान्य योग प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया, जिसमें विभिन्न आसनों, प्राणायाम एवं ध्यान विधियों का अभ्यास किया गया।
इस आयोजन की गरिमा बढ़ाने हेतु जिला कलक्टर श्री नामित मेहता, अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं जिला समन्वयक श्री वार सिंह, नगर निगम आयुक्त एवं शहर नोडल अधिकारी श्री रामप्रकाश, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्रीमती रिया डाभी, उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग एवं नोडल अधिकारी डॉ. राजीव भट्ट, तथा सहायक नोडल अधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य का मार्गदर्शन रहा।
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित सामान्य योग प्रोटोकॉल के अनुसार मिनिट टू मिनिट योग का अभ्यास डॉ शुभा सुराणा, जिग्नेश शर्मा द्वारा करवाया गया ।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला:
• डॉ. राजीव भट्ट, उपनिदेशक, आयुर्वेद विभाग एवं नोडल अधिकारी ने बताया, "आज का योग सत्र सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। ताड़ासन, वज्रासन, त्रिकोणासन, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी आदि क्रियाओं का अभ्यास प्रशिक्षित योगाचार्यों की देखरेख में कराया गया।"
• सहायक नोडल अधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया की उदयपुर शहर एवं देश विदेश से आये पर्यटकों व समाज के विभिन्न क्षेत्रो के प्रतिभागियों ने अनुशासित तरीके से योगाभ्यास में भाग लिया। उन्होंने बताया की आगामी योग पूर्वाभ्यास आयोजन मोती मगरी पर किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक शहरवासियों से भाग लेने का आह्वान किया गया है।"
इस अवसर पर आयुर्वेद विभाग उदयपुर के सहायक निदेशक भानु कुमार जैन, पतंजलि योग समिति के योगी अशोक जैन, पूरनसिंह, एच पी जिंदल भानु बापना, गौरव भट्ट, श्वेता शर्मा, उषा शर्मा, शारदा जालोरा, पुर्वेश जालोरा, मंजू शर्मा, प्रेम जैन एवं योग प्रेमियों के आये हुए पर्यटकों ने भी योग पूर्वाभ्यास में भाग लिया ।
कार्यक्रम के दौरान आसनों, प्राणायाम, ध्यान एवं संकल्प जैसी योग की विधियों के अभ्यास के साथ-साथ योग के दैनिक जीवन में महत्व पर भी वक्ताओं ने प्रकाश डाला। नागरिकों में विशेष उत्साह देखा गया और बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा सामूहिक संकल्प के साथ हुआ –
“मैं नियमित योग करूंगा और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा।”
इस सफल आयोजन के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट हुआ कि योग अब केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि आधुनिक जीवन की आवश्यकतानुसार एक समग्र जीवन शैली बन चुका है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य देता है, बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति भी प्रदान करता है।