GMCH STORIES

भारत विकास परिषद ‘सुभाष’ ने किया वृहद गुरु वंदन एवं छात्र अभिनंदन

( Read 1110 Times)

19 Oct 25
Share |
Print This Page
भारत विकास परिषद ‘सुभाष’ ने किया वृहद गुरु वंदन एवं छात्र अभिनंदन

 

उदयपुर।गुरु की वंदना, शिष्य का अभिनंदन — यही है भारतीय संस्कृति की आत्मा। इसी भाव को साकार करते हुए भारत विकास परिषद “सुभाष” शाखा द्वारा पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1, प्रताप नगर में वृहद गुरु वंदन एवं छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।


कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के हिंदी प्राध्यापक अनुराग जी द्वारा स्वागत उद्बोधन से हुआ। उन्होंने परिषद के वरिष्ठ सदस्य एवं जल संरक्षण व नशा मुक्ति अभियान के अग्रदूत, वाटर हीरो डॉ. पी.सी. जैन का परिचय कराया। डॉ. जैन ने विद्यार्थियों को नशा निवारण का संदेश दिया और सभी को राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत कर देने वाला गीत “हम करें राष्ट्र आराधन” गवाया, जिससे पूरा प्रांगण देशभक्ति के सुरों से गूंज उठा।


समाज की जड़ों से जुड़े रहने का संदेश देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत सफाई कर्मचारियों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं सुरक्षा गार्डों के सम्मान से की गई। परिषद के सदस्यों ने तिलक, नारियल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया — यह दृश्य सामाजिक समरसता की सजीव मिसाल बन गया।


इसके पश्चात उत्कृष्ट विद्यार्थियों का अभिनंदन हुआ —

सर्वोच्च प्राप्तांक: आईना खान (XI D) एवं माही कोठारी (XI B)

सर्वोच्च खिलाड़ी: गौरांग गुर्जर (XI B)

बेस्ट ऑल राउंडर: इशिका (XI D)

इन सभी प्रतिभावान छात्रों को तिलक, ऊपरना और नारियल अर्पित कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में वह पल रहा जब प्रत्येक छात्र-छात्रा ने अपने गुरुजनों के समक्ष खड़े होकर तिलक, ऊपरना व नारियल अर्पित कर चरण स्पर्श किया। गुरुजनों ने शिष्यों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। पूरा वातावरण गुरु कृपा और कृतज्ञता के भाव से आलोकित हो उठा।

भारत विकास परिषद के प्रांतीय प्रभारी ऋषभ जैन ने गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह आयोजन राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा है, जिसके माध्यम से गुरु-शिष्य परंपरा को पुनर्जीवित किया जा रहा है।

इस अवसर पर परिषद की शाखा से के.सी. मालू, राजेंद्र खोखावत, शोभा लाल दशोरा (सचिव), करनमल जारौली, रमन सूद, अशोक धूपिया एवं श्रीमती तृप्ता चावला सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।

यह आयोजन न केवल सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि यह संदेश भी दे गया कि —
“जहां गुरु का आदर है, वहीं सच्चा विद्यारंभ होता है।”


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like