महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी), उदयपुर में 20 दिसंबर, 2025 को विश्वविद्यालय प्रशासनिक कार्यालय में माननीय कुलगुरु डॉ. प्रताप सिंह की वर्चुअल अध्यक्षता मे प्रबंध मंडल की 67वीं बैठक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रूप से आयोजित की गई। बैठक का प्रमुख एजेंडा आगामी दीक्षांत समारोह में प्रदान की जाने वाली उपाधियां एवं स्वर्ण पदक के लिए अकादमिक परिषद में पारित निर्णयों का अनुमोदन करना था। इसी वर्ष से प्रथम बार कुलगुरु स्वर्ण पदक दिया जाना निर्णीत है जो स्नातक स्तर पर विश्वविद्यालय में सर्वाधिक प्राप्तांक कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र को दिया जाएगा। कृषि, अभियांत्रिकी एवं सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान संकायों के सभी संघटक महाविद्यालयों के कुल 934 छात्र छात्राओं को स्नातक, 171 को स्नातकोत्तर एवं 76 छात्र छात्राओं को विद्या वाचस्पति की उपाधि दी जाएगी। उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु स्नातक के 14, स्नातकोत्तर के 22 एवं विद्या वाचस्पति के 2 छात्र छात्राओ को स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा। इनके अतिरिक्त जैन इरिगेशन संस्थान द्वारा दो विद्यार्थीयो को एवं श्री फूल सिंह राठौड़ एवं ब्रिगेडियर अनिल अदलका की स्मृति में एक एक विद्यार्थी को स्वर्ण पदक दिया जाएगा । उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एक चांसलर स्वर्ण पदक सामुदायिक एवं व्यावहारिक महाविद्यालय के विद्यार्थी को दिया जाएगा । बैठक में प्रबंध मंडल के सदस्य डॉ सुरेश धाकड़, माननीय विधायक, बेगू, चित्तौड़, डॉ. कविता जोशी, डॉ. वी. डी मुद्गल, डॉ. सुरेंद्र कोठारी, ई. सुहास मनोहर, श्री सी. आर. देवासी, डॉ. अरविंद वर्मा, डॉ. लोकेश गुप्ता, सुश्री दर्शना गुप्ता एवं आमंत्रित सदस्य के रूप में डॉ. धृति सोलंकी, डॉ. राम हरी मीणा एवं डॉ. जी. एल. मीना एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सदस्य डॉ. अरुण कुमार तोमर, निदेशक, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविका नगर वर्चुअल माध्यम से उपस्थिति रहे ।