उदयपुर, मनरेगा को कमजोर करने और नेशनल हेराल्ड मामले में केंद्र सरकार की कार्रवाई के विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता ऋतु चौधरी ने उदयपुर में प्रेस वार्ता कर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों से मनरेगा करोड़ों ग्रामीण परिवारों की जीवनरेखा रही है, लेकिन मोदी सरकार ने इसे योजनाबद्ध तरीके से कमजोर कर गरीबों से उनका हक छीन लिया है।
ऋतु चौधरी ने आरोप लगाया कि मनरेगा के बजट में कटौती, राज्यों के वैधानिक फंड रोकना, जॉब कार्ड हटाना और आधार आधारित भुगतान को अनिवार्य बनाकर करीब 7 करोड़ मजदूरों को योजना से बाहर कर दिया गया। इसके चलते पिछले पांच वर्षों में औसतन 50–55 दिन का ही रोजगार मिल पा रहा है, जो इस योजना को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद मनरेगा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ साबित हुई थी, लेकिन अब सरकार इसे जानबूझकर निष्प्रभावी बना रही है। यह महात्मा गांधी के आदर्शों और ग्रामीण रोजगार पर सीधा हमला है।
नेशनल हेराल्ड मामले पर बोलते हुए चौधरी ने कहा कि ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल राजनीतिक बदले की भावना से किया जा रहा है। अदालतों ने बार-बार साफ किया है कि न तो कोई स्पष्ट प्रारंभिक अपराध है और न ही मनी लॉन्ड्रिंग के ठोस सबूत। फिर भी सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को निशाना बनाकर विपक्ष को डराने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी से 5 दिनों तक चली 50 घंटे की पूछताछ को उन्होंने राजनीतिक साजिश बताया।
उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालयों के फैसलों से मोदी सरकार द्वारा संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग की पोल खुल चुकी है। कांग्रेस लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रखेगी।
प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा, शहर जिला अध्यक्ष फतह सिंह राठौड़, संगठन महासचिव अरुण टांक, देहात जिला प्रवक्ता डॉ. संजीव राजपुरोहित, शहर प्रवक्ता पंकज पालीवाल, डॉ. कौशल नागदा, दिनेश दवे और दिनेश औदिच्य सहित कई कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।