उदयपुर। गुरु मां के सानिध्य में भारत पाकिस्तान युद्ध शांति हेतु 48 दिवसीय आराधना का महाशांति यज्ञ आज बलीचा स्थित ध्यानोदय क्षेत्र में सम्पन्न हुआ।
सुप्रकाश ज्योति मंच के चेयरमैन ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि पंडित विनोद पागारिया के पंडितय मंे प्रातः आदिनाथ एवं मुलनायक शांति नाथ प्रभु पर भव्य विभिन्न रसांे का अभिषेक एवं सर्व शांति हेतु महा शांति धारा का आयोजन हुआ। इस आयोजन के सौधर्म सोहन आशा विदावत मुंबई एवं त्रिलोक पदमा सावला रामगंज मंडी एवं आज के इस यज्ञ के सोधर्म इंद्र शीतल डिंपल डागरिया, यज्ञ नायक दीपक शिल्पा जैन बनें।
प्रवक्ता विपिन जैन ने बताया कि भक्तामर दीपोत्सव की आज 50 वीं पूजन हुई। तत्पश्चात भव्य यज्ञ का आयोजन हुआ। जिसमें मंत्र उच्चारण से पूरा बालीचा प्रागण शुद्ध हो गया। गुरु मां ने कहा कि यह भूमि पावन पवित्र है। यहां जो जीव प्रभु के चरणों में आता है वह सर्व शांति सुख समृद्धि पा जाता है। उन्होंने कहा कि आज से 3 वर्ष पूर्व जीव खरगोश यहां बाहर एक कुत्ते का ग्रास बनने जा रहा था कुत्ता उसको पकड़ लिया लेकिन यहां मंदिर के बाहर एकदम कुत्ते ने उसे किसी डर से मुँह से छोड़ दिया और उस वक््त वह मादा खरगोश पेट से थी, उसे यहां चौकीदार ने ला कर दिया और उसी के आज 35 बच्चें यहां हो गये और आज उसकी रक्षा के लिये हमें दया सागर खरगोश शाला का निर्माण करवाया। उस दया सागर खरगोश शाला लोकार्पण किया गया। इसके लोकार्पण का सौभाग्य केशव लाल नेमीचंद लक्ष्मी लाल गोदावत परिवार को मिला। जिन्होंने उनकी ब्रह्मचारी स्व.नाथू लाल गोदावत की पुण्य स्मृति में इसका निर्माण करया।
माताजी ने कहा कि इंसान अच्छे कर्म करता है तो किसी भी योनि मंे वह रहे उसको अच्छा समागम मिल जाता है। गुरु मां सुप्रकाशमति माताजी व 5 साध्वी का 16 मई को प्रातः सलूम्बर कि और मंगल विहार होगा।
आज गुरु मां को सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा 2025 का चातुर्मास उदयपुर में करने हेतु अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत,महामंत्री सुरेश पदमावत,आदिनाथ मंदिर से जय दोशी, दशा हमड़ समाज रमेश शाह, नर्सिंगपुरा समाज से श्रीपाल धर्मावत, भुवाणा समाज से अनिल चितौड़ा, आयड़ से खूबी लाल, अभय गड़िया, पार्श्व नाथ क्रांति मंच गौरव जैन, रामगंज मंडी से त्रिलोक संावला, मुंबई से लाल चंद भूखीया, उदयपुर से ट्रस्ट मंडल से पुष्पेंद्र धन्नावत, दिलीप गोदावत, अरविन्द पाड़लिया लक्ष्मी लाल मालवी आसपुर से अविनाश जैन आदि कई संघठन से श्रावक श्राविका ने गुरु मा के चरणों में श्री फल भंेट भव्य भक्ति करते हुए निवेदन किया।
गुरु मां ने कहा कि हमें अभी एक शिक्षण शिविर के लिये सलूम्बर जा रहे है। शहरवासियेां को उम्मीद है कि माताजी अभी इतनी लम्बी दुरी का सम्मेद शिखर झारखण्ड का विहार करके आये है यहां हमें आशीर्वाद दे लेकिन अभी कुछ स्वीकृति नहीं मिली। कल पूर्णिमा पर विशेष 108 सर्व ओशोधी के कलशों का अभिषेक ध्यानोदय पर होगा।