उदयपुर। जैन सोशल ग्रुप (प्रताप) द्वारा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती गुरुवार को राष्ट्रीय तीर्थ प्रताप गौरव केंद्र में श्रद्धा, उत्साह और गरिमा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, प्रोफेसर बी.पी. शर्मा और सहकारिता मंत्री गौतम दक की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में समूह के सदस्यों ने महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और दुग्धाभिषेक कर उन्हें कृतज्ञता सहित नमन किया।
कार्यक्रम में गणमान्य अतिथि और सक्रिय सहभागिता
जेएसजी–प्रताप के प्रेसिडेंट प्रकाश बोल्या ने बताया कि इस आयोजन में ग्रुप के फाउंडर अध्यक्ष निर्मल पोखरना, सलाहकार आर.के. जैन, सेक्रेटरी सुधीर दोशी, पूर्व ग्रुप अध्यक्ष दशरथ पोरवाड़, मंगल पटवा, कार्यक्रम संयोजिकाएँ अरुणा ललित भंडारी, सीमा चेतन जैन, रेखा संजय पारख, भारती अनिल हरण सहित अनेक दंपती सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने श्रद्धा के साथ प्रतिमा के समक्ष सामूहिक रूप से पुष्पांजलि अर्पित की।
"प्रताप का जीवन आज भी बने प्रेरणा स्रोत"
इस अवसर पर फाउंडर अध्यक्ष निर्मल पोखरना ने कहा “महाराणा प्रताप का जीवन बलिदान, स्वाभिमान और अडिग राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। उनका अद्वितीय व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगा।”
प्रेसिडेंट प्रकाश बोल्या ने कहा “महाराणा प्रताप स्वतंत्रता, आत्मसम्मान और राष्ट्र प्रेम के प्रतीक हैं। उनका संघर्षमय जीवन हमें बताता है कि सच्चा नेतृत्व कठिनाइयों में भी अपने मूल्यों पर अडिग रहता है। युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में योगदान देना चाहिए।”
सेक्रेटरी सुधीर दोशी ने कहा “इस समारोह का उद्देश्य नई पीढ़ी में देशप्रेम की भावना को जागृत करना और हमारे महान योद्धाओं की स्मृति को सजीव बनाए रखना है।”
राष्ट्रगौरव और सांस्कृतिक चेतना को समर्पित आयोजन
यह कार्यक्रम न केवल महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि देने का अवसर बना, बल्कि देशभक्ति, सांस्कृतिक चेतना और ऐतिहासिक स्मरण का भी प्रतीक रहा। समूह के सभी सदस्यों ने महाराणा प्रताप के जीवन मूल्यों को आत्मसात करने, उनके आदर्शों पर चलने और उनके साहस को जीवन में उतारने का संकल्प लिया