उदयपुर। गणगौर घाट स्थित बागौर की हवेली कला दीर्घा में मंगलवार को चित्रकार प्रकाश टेलर की एकल चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ। गुजरात ललितकला अकादमी के सहयोग से आयोजित इस प्रदर्शनी में कलाकार की 40 अनूठी कृतियां प्रदर्शित की गई हैं, जो रंग, प्रकाश और ऊर्जा के माध्यम से आंतरिक चेतना और आध्यात्मिक अनुभूतियों को सजीव करती हैं। उद्घाटन लेकसिटी के प्रसिद्ध पिछवाई एवं मिनिएचर कलाकार राजाराम शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कैनवास पर एक्रेलिक मीडियम से सजी ये कृतियां प्रकृति की पूर्णता, एकता और अनंत ऊर्जा की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति हैं। सूक्ष्म परमाणु के रहस्य से लेकर फूल के खिलने के शांत क्षण तक, कलाकार ने वृत्त, कमल और ध्यानमग्न मानव चेहरे के माध्यम से संसार की सार्वभौमिक चेतना और आत्मिक यात्रा को चित्रित किया है।
प्रकाश बताते हैं कि चित्रों में दर्शाया गया ध्यानमग्न चेहरा भीतरी शांति, स्थिरता और मौन आभा का प्रतीक है, जबकि रंगों की तरंगें ऊर्जा, जागरूकता और दिव्यता की अनुभूति कराती हैं। उनकी दृष्टि में कला केवल तकनीक नहीं, बल्कि अशांति से शांति, गति से स्थिरता और बाहरी जगत से भीतर की प्रकाश यात्रा का अनुभव है।
उद्घाटन अवसर पर पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के उपनिदेशक (कार्यक्रम) पवन अमरावत, अधीक्षण अभियंता सीएल सालवी, कार्यक्रम अधिशाषी हेमंत मेहता, भूपेन्द्र कोठारी, डॉ. सुनील निमावत, वरिष्ठ पत्रकार राकेश शर्मा ‘राजदीप’, युवा चित्रकार मंदीप मीरा समेत अनेक वरिष्ठ और नवोदित कलाकार उपस्थित रहे।
यह प्रदर्शनी 27 नवम्बर तक प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 7 बजे तक कला प्रेमियों के लिए निःशुल्क खुली रहेगी, जहां दर्शक अध्यात्म, रंगों और अभिव्यक्ति के इस अनूठे संगम का अनुभव कर सकेंगे।