उदयपुर। सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव केवल खेल आयोजन नहीं है, बल्कि आपस में समरसता का भाव जगाने का एक अभियान है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में हजारों की संख्या में लोग जुडे और खेल भावना को बढावा दिया।
सांसद डॉ रावत शनिवार को 21 दिसंबर से हो रहे सांसद खेल महोत्सव के तीसरे चरण से पूर्व शिक्षा विभाग द्वारा इस अभियान में नियुक्त शारीरिक शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। पंचायत समिति गिर्वा सभागार में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शारीरिक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस अभियान के दौरान होने वाले खेल आयोजनों के मैदान व तारीख के बारे में भी जानकारी दी गई। सांसद डॉ रावत ने शारीरिक शिक्षकों से कहा कि वे स्कूलों में खेल प्रतिभाओं को तराशने का एक माध्यम है। सांसद खेल महोत्सव की कल्पना भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी उद्देश्य से की कि हम एक-एक बच्चे में उसकी खेल प्रतिभा को तराशे, ताकि हमारा देश भी ओलंपिक में ज्यादा से ज्यादा पद क ला सके। तीसरे चरण में निम्बू चम्मच दौड, 100 मीटर दौड, वरिष्ठ नागरिकों की 50 मीटर दौड, तीरंदाजी, रस्साकस्सी, बैडमिंटन, 100 मीटर रिले दौड, फुटबॉल, वॉलीबॉल, क्रिकेट व कबड्डी जैसे खेलों में पुरुष व महिला वर्ग की अलग-अलग टीमें बनाई गई है। सांसद खेल महोत्सव में विजेता रहने वाले खिलाडियों व टीमों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय आधार पर नगद पुरस्कार व टाफी प्रदान की जाएगी। प्रथम विजेता टीमों को कुल 1 लाख 43 हजार 300, द्वितीय विजेता टीमों को 67 हजार 300 तथा तृतीय विजेता टीमों को टाफी प्रदान की जाएगी। तीसरे चरण के खेल आयोजन एमबी ग्राउंड, बीएन कॉलेज ग्राउंड, खेलगांव, लवकुश स्टेडियम, फतह स्कूल ग्राउंड, आरसीए कॉलेज, गांधी ग्राउंड, सीटीएई खेल मैदानों पर होंगे।
सांसद खेल महोत्सव का समापन 25 दिसंबर को महिला पुरुष की क्रिकेट टीमों के फाइनल मैच के साथ होगा। समापन समारोह का मुख्य आयोजन दीनदयाल उपाध्याय सभागार में सुबह 11 बजे होगा।