उदयपुर : हिंदुस्तान जिंक की प्रमुख सीएसआर पहल, जिंक फुटबॉल अकादमी, भारतीय फुटबॉल की प्रतिभाओं को निखारने में लगातार योगदान दे रही है, जिसके तहत अकादमी के तीन वरिष्ठ खिलाड़ियों को संतोष ट्रॉफी 2025-26 के लिए आयोजित होने वाली 79वीं सीनियर राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए राजस्थान राज्य टीम में चुना गया है। मिडफील्डर सुवीन स्वामी और फॉरवर्ड मोहम्मद रियाज, दोनों 2018 में जिंक फुटबॉल अकादमी के शुरूआती बैच का हिस्सा थे, और यह राज्य सम्मान अर्जित करके दोनों ने अकादमी के निरंतर विकास, शिक्षा और प्रतिस्पर्धी अनुभव के माध्यम से प्रतिभाओं को निखारने का उदाहरण है।
दोनों के साथ डिफेंडर विशाल कालोशिया भी शामिल हैं, जो 2024 में जिंक फुटबॉल अकादमी में शामिल हुए और आते ही अपनी छाप छोड़ी विशाल ने अकादमी की सीनियर टीम में राजस्थान स्टेट लीग अभियान के दौरान महत्वपूर्ण योगदान दिया, जहां जिंक फुटबॉल अकादमी ने दूसरी बार खिताब जीता, जो सीनियर स्तर के फुटबॉल में उनकी तीव्र प्रगति को रेखांकित करता है इन तीनों खिलाड़ियों का चयन हिंदुस्तान जिंक और जिंक फुटबॉल अकादमी के लिए गौरव का क्षण है, जोजिंक फुटबॉल के समग्र विकास मॉडल की प्रभावशीलता को दर्शाता है इससे पहले, जेडएफए के स्नातक अमन खान और निशांत मीना इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। संतोष ट्रॉफी 2025-26, भारत की प्रमुख सीनियर घरेलू फुटबॉल चैंपियनशिप, दिसंबर 2025 में शुरू होने वाली है, जिसमें चयनित खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे।
वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लगभग चार दशकों से खेलों से जुड़ी हुई है और खेल जगत की हस्तियों को प्रोत्साहित करती आ रही है। इसकी शुरुआत 1976 में राजस्थान के ज़ावर में फुटबॉल स्टेडियम के निर्माण से हुई थी। पिछले 40 वर्षों से ज़ावर स्टेडियम में हर साल राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित किए जाते रहे हैं। कंपनी ने अतीत में कई ऐसे खिलाड़ियों का समर्थन भी किया है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के लिए गौरव अर्जित किया है फुटबॉल के अलावा, हिंदुस्तान जिंक एथलेटिक्स, कबड्डी और वॉलीबॉल में प्रतिभाओं को विकसित करता है और जमीनी स्तर पर विकास के लिए सुनियोजित मार्ग प्रशस्त करता है इसका प्रमुख आयोजन, वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन, जिसे भारत की सबसे खूबसूरत मैराथन के नाम से जाना जाता है, ने उदयपुर को वैश्विक दौड़ मानचित्र पर स्थापित किया है और पर्यटन के साथ साथ फिटनेस की संस्कृति को भी बढ़ावा दिया है इन पहलों के माध्यम से, हिंदुस्तान जिंक ने लगभग 30,000 लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है और सशक्तिकरण एवं सामाजिक परिवर्तन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया है।