GMCH STORIES

अहमदाबाद विमान हादसे में अपने प्रियजनों को खो देने वाले लोगों की अपार पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही...!!

( Read 645 Times)

15 Jun 25
Share |
Print This Page
अहमदाबाद विमान हादसे में अपने प्रियजनों को खो देने वाले लोगों की अपार पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही...!!

अहमदाबाद विमान हादसे में अपने प्रियजनों को खो देने वाले लोगों की अपार पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही है। परिजनों के डीएनए टेस्ट के शव की सुपर्दी के बाद उनका विलाप किसी से देखा नहीं जा रहा है। बांसवाड़ा डूंगरपुर के डॉक्टर दंपति डॉ जय प्रकाश जोशी और डॉ अनीता जोशी के डॉक्टर पुत्र डॉ प्रतीक जोशीऔर पुत्र वधु डॉ. कोमी व्यास के शव तो पहचान की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने से अभी परिजनों को सुपुर्द नहीं हुए है लेकिन उनके तीनों मासूम बच्चों मिराया जोशी, प्रद्युत जोशी और नकुल जोशी (जुड़वा भाई)की डी एन ए पहचान होने से उनके शव मिल गए है।

 

विमान हादसे की परतें अब खुलने लगी...सूत्रों के मुताबिक इस दर्दनाक विमान हादसे पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें ब्लेक बॉक्स की रिकार्डिंग के अनुसार पायलट का संदेश सामने आया है। इस सन्देश में ए 1- 171 बोइंग विमान के पायलट का जो अंतिम मेडे संदेश था उसके अनुसार पायलट ने कहा था कि विमान थ्रस्ट नहीं ले रहा है तथा इस वजह से आकाश की और उड़ान नहीं भर पा रहा है। विमान के पायलट का एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ए टी सी) को भेजा गया आखिरी 4-5 सेकेंड के संदेश में पायलट कह रहे हैं, 'मेडे, मेडे, मेडे... थ्रस्ट नहीं मिल रहा। विमान की पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। हम  नहीं बचेंगे।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि विमान के थ्रस्ट नहीं लेने का कारण विमान को फ्यूल की सप्लाई नहीं मिलना भी हो सकता है।  विमान में जब करीब 1.30 लाख लीटर ईंधन भरा गया तब मानवीय त्रुटि से फ्यूल का वह नोज बन्द हो सकता है जिससे विमान को फ्यूल की सप्लाई मिलती है। ऐसी परिस्थिति में फ्यूल पाईप में जितना ईंधन बचा था उतनी ही ऊंचाई तक विमान उड सका तथा बाद में ईंधन की सप्लाई बंद हो जाने से भयानक विमान हादसा हो गया। हालांकि विशेषज्ञों के ये अनुमान अन्तिम निष्कर्ष नहीं माने जा सकते और हादसे की विस्तृत जाँच होने के बाद ही अन्तिम रूप से कुछ कहा जा सकेगा लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि जो एयर बस पेरिस से नई दिल्ली आई और नई दिल्ली से अहमदाबाद आकर लन्दन जाने वाली थी। इसलिए विमान के  दोनों इंजन में तकनीकी खराब होने का अंदेशा नहीं हो सकता। साथ ही बर्ड फाइट से भी विमान के दोनों एक साथ जाम नहीं हो सकते ऐसे में विमान दुर्घटना के कारण जांच का विषय ही है।

 

 

अहमदाबाद विमान हादसे पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि पायलट ने इमरजेंसी की सूचना दी थी. एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ए टी सी) की तरफ से कोई उत्तर नहीं मिला। विमान में 650 फीट की ऊंचाई पर खराबी आई और कुछ ही सेकंड में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अहमदाबाद एयरपोर्ट से 2 किलोमीटर दूरी पर ही यह भयानक हादसा हुआ। इसके पहले विमान में पेरिस-दिल्ली उड़ान में कोई दिक्कत नहीं आई ।  सरकार ने जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर दी है ताकि हादसे के सही कारणों की जानकारी मिल सकेगी।

 

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि हादसे के बाद मैं तुरंत घटनास्थल पर गया. मैं इस दुर्घटना को महसूस कर सकता हूं. नायडू ने कहा कि मैंने सड़क दुर्घटना में अपने पिता को खोया है. अहमदाबाद विमान हादसा बेहद दुखद है। विमान हादसे की असली वजह सामने आएगी. हर पहलू से हादसे की जांच की जा रही है. नायडू ने कहा कि हादसे की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी गठित की. ब्लैक बॉक्स मिल गया है,जांच चल रही है. कल शाम 5 बजे ब्लैक बॉक्स मिल गया. हाई लेवल कमेटी 3 माह में जांच रिपोर्ट सौंपेगी. सुरक्षा बढ़ाने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे. बोइंग 787 विमान की अतिरिक्त जांच होगी।

 

एअर इंडिया ने भी मदद का ऐलान किया है मृतकों के परिजनों के लिए मदद का ऐलान किया है। टाटा संस की ओर से 1 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया गया है।घायलों को भी 25 लाख रुपए की अंतरिम मदद दी जाएगी. जिसको लेकर टाटा संस पहले ही ऐलान कर चुकी है। 

 

उल्लेखनीय  है कि अहमदाबाद प्लेन क्रैश मामले में अब तक 275 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें 241 विमान सवार यात्रियों के अलावा वहीं जिस मेडिकल कॉलेज पर प्लेन गिरा वहां पर 34 लोगों की मौत हो गई।फ्लाइट में 12 क्रू मेंबर सहित  242 लोग मौजूद थे. इसमें से एक यात्री की जान बच गई.  

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एअर इंडिया का विमान जिस मेडिकल कॉलेज की हॉस्टल बिल्डिंग पर गिरा, उसमें हादसे के समय 60 से ज्यादा डॉक्टर, स्टूडेंट्स और कुछ अन्य लोग मौजूद थे। इनमें से 34 की मौत हुई है. आपको बता दें कि 234 शवों का पोस्टमार्टम हुआ. 219 मृतकों के परिजनों ने डी एन ए सैंपल दिए। 8 शव परिजनों को सौंपे गए है। गौरतलब है कि 12 जून को दोपहर को अहमदाबाद में एअर इंडिया का जो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान क्रैश हो गया था इसमें 12 क्रू मेंबर समेत 242 लोग सवार थे। इस विमान में 53 ब्रिटिश नागरिक, पुर्तगाल के 7 और कनाडा का एक यात्री और 169 भारतीय नागरिक सवार थे।इस विभत्स हादसे में जोधपुर के खाराबेरा पुरोहितान गांव की पुत्रवधू बालोतरा की एक नवविवाहिता खुशबू राजपुरोहित, लंदन में उच्य शिक्षा के लिए जा रही उदयपुर के गोगुंदा की पायल खटीक, उदयपुर के ही चार अन्य सवार यात्री शुभ मोदी, शगुन मोदी, वरदीचंद मेनारिया और प्रकाशचंद मेनारिया का भी  दुखद निधन हो गया। दुर्घटना के तीसरे दिन भी देश दुनिया की मीडिया में यह खबर अभी सुर्खियां बनी हुई है।

 


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like