पंजाब के माननीय राज्यपाल एवं चंडीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि शहर में बंशीपान से रेलवे स्टेशन तक निर्माणाधीन एलिवेटेड सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता से जरा भी समझौता नहीं करें, यह एलिवेटेड निर्माण पूर्ण होने से शहर के बाशिंदों को सुविधा मिलेगी तथा आवागमन सुगम होगा। श्री कटारिया मंगलवार को टाउन हॉल स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय के सभागार में नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों की बैठक के दौरान निर्देश दे रहे थे।
वर्षा ऋतु में आमजन ना हो परेशान
श्री कटारिया ने कहा कि बढ़ते ट्रैफिक से शहर वासियों को भविष्य में भी राहत मिले इस प्रकार का निर्माण कार्य होना चाहिए, संभावित एक्सीडेंट ज़ोन को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य करें, बरसात से पूर्व निर्माण क्षेत्र में आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कर लिए जाए ताकि आमजन को कीचड़ इत्यादि से परेशानी ना हो। इस दौरान निगम अधिकारियों ने एलिवेटेड सड़क निर्माण कार्य संबंधित जानकारियां तथा भौतिक प्रगति से श्री कटारिया को अवगत करवाया।
आयड़ नदी के सम्बंध में भी दिए निर्देश
बैठक के दौरान आयड़ नदी के संबंध में चर्चा करते हुए श्री कटारिया ने कहा कि बरसात से पूर्व आयड़ नदी के प्राकृतिक मार्ग के अवरोधों की सफाई अवश्य सुनिश्चित करें तथा नदी के आसपास अधिक समय तक जीवित रहने वाले पौधे लगाए। श्री कटारिया ने उदयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पूर्ण हुए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा की आमजन को घरेलू कचरा टीपर वाहनों में ही डालने हेतु प्रेरित करें। आयड़ की हरियाली और सफाई मेंटेन करें तथा अधिकारी सतत मॉनिटरिंग करते रहें।
झील में सीवर बहा रहे होटल्स पर हो कार्यवाही
बैठक में राज्यपाल श्री कटारिया ने नगर निगम आयुक्त से होटल्स के बारे में जानकारी ली। श्री कटारिया ने कहा कि सभी होटल्स को सीवर झीलों में नहीं बहाने के लिए पाबंद किया जाना था, होटल्स को ऑयल एण्ड ग्रीस चैम्बर बनाने थे। श्री कटारिया ने निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि सभी होटल्स की जांच कराई जाए, जिन होटल्स ने इसकी पालना नहीं की है उनके खिलाफ नियमानुसार सीज करने की कार्यवाही की जाए।
इनकी रही मौजूदगी
बैठक के दौरान उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, जिला कलेक्टर नमित मेहता नगर निगम के पूर्व मेयर जीएस टांक, नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, स्मार्ट सिटी सीईओ कृष्ण प्रताप सिंह, नगर निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।