जयपुर : सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) और मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के तहत इन्वेस्टर एजुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड अथॉरिटी (आईईपीएफए) ने मिलकर 6 दिसंबर, 2025 को राजस्थान के जयपुर में चौथा 'निवेशक शिविर' आयोजित किया। इस इन्वेस्टर आउटरीच पहल का उद्देश्य शेयरधारकों को बकाया लाभांश और बिना दावा किए गए शेयर्स की वापसी में मदद करना और इस तरह सिस्टम में बिना दावे वाली निवेशक परिसंपत्तियों की संख्या को कम करना है।
यह शिविर प्रमुख मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन्स (एमआईआई)- एनएसई, बीएसई, सीडीएसएल और एनएसडीएल, तथा रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट्स (आरटीए)- केफिन टेक्नोलॉजीस लिमिटेड, एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बिगशेयर सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड, कैम्स और पूर्वा शेयरगिस्ट्री इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में सेबी के जनरल मैनेजर श्री बिनोद शर्मा, आईईपीएफए के जॉइंट डायरेक्टर श्री रुवित कुमार, आईईपीएफए की डीजीएम श्रीमती समीक्षा लाम्बा और एनएसई के एसवीपी श्री आविष्कार नाइक सहित सेबी, आईईपीएफए, एमआईआई और आरटीए के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
दिन भर चले इस शिविर में जयपुर और आसपास के क्षेत्रों से 301 से अधिक निवेशकों और आवेदकों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन में स्थित 22 विशेष सेवा डेस्क के अंतर्गत निम्नलिखित विषयों पर सम्पूर्ण सहायता प्रदान की गई:
छह वर्षों से अधिक समय से बिना दावा किए गए लाभांश और शेयर्स को वापस पाने की प्रक्रिया।
मौके पर ही केवाईसी और नामांकन विवरण का अपडेशन।
दावों से जुड़े मामलों का तुरंत समाधान।
आईईपीएफए में जमा लंबित दावों की प्रोसेसिंग।
निवेशक शिविर के माध्यम से छह से सात वर्ष से लंबित बिना भुगतान किए गए लाभांश और दावों को आगे बढ़ाने में प्रत्यक्ष रूप से मदद दी गई। इसके साथ ही मौके पर केवाईसी और नामांकन विवरण अपडेट किए गए और आईईपीएफए से जुड़े दावों के मामलों का समाधान किया गया। विभिन्न स्टेकहोल्डर कंपनियों और आरटीए द्वारा अलग-अलग काउंटर लगाए गए, जिससे निवेशकों को प्रत्यक्ष रूप से संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने का अवसर मिला और बिचौलियों की जरुरत से निजात पाया जा सका