• करीब 10 महीने से दोनों पैरों में कमजोरी बढ़ने की समस्या से जूझ रहा था मरीज ।
उदयपुर- पारस हेल्थ, उदयपुर में एक 35 वर्षीय मरीज को रीढ़ की हड्डी में गंभीर समस्या से सफल इलाज के माध्यम से निजात मिली है। करीब 10 महीने पहले से यह मरीज दोनों पैरों में कमजोरी बढ़ने से परेशान था और धीरे-धीरे समय के साथ यह कमजोरी और बढ़ती गई, जिससे मरीज की दिक्कतें और बढ़ गई। इसके बाद उसके किसी पारिवारिक मित्र की सलाह पर वह पारस हेल्थ, उदयपुर आए और यहां डॉ. तरुण माथुर, इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श लिया, जिसके बाद डॉ. तरुण माथुर और उनकी टीम ने एम्बोलिज़ेशन प्रक्रिया के माध्यम से सफल इलाज कर उसे नया जीवन दिया।
डॉ. तरुण माथुर, इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट, पारस हेल्थ, उदयपुर ने बताया कि यह 35 वर्षीय मरीज करीब 10 महीने से इस समस्या से पीड़ित था, उसके दोनों पैरों में धीरे-धीरे कमजोरी बढ़ने लगी थी और वह बाद में व्हीलचेयर पर चलने लगा। हमने जांच की और एमआरआई में पता चला की उसकी रीढ़ की हड्डी में डोर्सल स्पाइन कॉर्ड ड्यूरल आर्टेरियोवेनस फिस्टुला था।
हमने मरीज को रीढ़ की हड्डी के फिस्टुला के इलाज की सलाह दी। एम्बोलिज़ेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क की धमनियों को छोटे कैथेटर और तारों द्वारा पैर की धमनी के माध्यम से पहुँचाया जाता है और फ़िस्टुला को ग्लू इंजेक्शन के साथ बंद कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद मरीज की हालत में धीरे-धीरे सुधार होने लगा और वह अब बिना व्हीलचेयर और बिना किसी सहारे के चलने में सक्षम हैं।
ठीक होने पर मरीज ने पारस हेल्थ, उदयपुर और डॉ. तरुण माथुर का आभार जताते हुए बताया कि उसे इस समस्या के बढ़ने से जीवन की आश टूट गई थी, लेकिन पारस हेल्थ में दी गई सभी सुविधाओं और समुचित इलाज के लिए वह हमेशा पारस हेल्थ उदयपुर के आभारी हैं।