श्रीगंगानगर। यहां तीन पुली रोड पर स्थित श्री धर्मसंघ संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों ने रविवार को कालीबंगा स्थित सिंधु घाटी सभ्यता और संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
महाविद्यालय के ब्रह्मचारी कल्याण स्वरूप जी महाराज, महंत मुनि अभय चैतन्य जी महाराज श्रीनगर पौड़ी गढ़वाल उत्तराखण्ड, ऋषिकेश से पधारे ब्रह्मचारी केशव स्वरूप जी महाराज सहित गुरुकुल के विद्यार्थियों ने कालीबंगा पहुंचने के बाद इस अति प्राचीन ऐतिहासिक स्थल को देखा।
कालीबंगा पुरातत्व विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर श्री चंद्रकांत उपाध्याय ने पूरे दल को कालीबंगा में संरक्षित क्षेत्र का भ्रमण करवाया तथा भारतीय प्राचीन सभ्यता से परिचय करवाते हुए विस्तार पूर्वक ज्ञानवर्धक जानकारी विद्यार्थीयों को प्रदान की जिसको जिज्ञासु विद्यार्थियों ने बड़ी उत्सुकता से ग्रहण की। इस दल में संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकुंद जी त्रिपाठीएवेद पाठी जितेंद्र जी आचार्य राजेश सहित विद्यालय के सभी प्राचार्य गण अपस्थित रहे। गौरतलब है कि कालीबंगा हनुमानगढ़ ज़िले का एक प्राचीन एवं ऐतिहासिक स्थल है। यहाँ तत्कालीन सिंधु घाटी सभ्यता के महत्वपूर्ण अवशेष मिले थे। कालीबंगा एक छोटा नगर था।