उदयपुर। अंतरराष्ट्रीय समरसता मंच द्वारा दिल्ली में आयोजित भारत नेपाल संस्कृत सम्मेलन में भारत रत्न प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्व.श्रीमती इंदिरा गांधी एवं पूर्व केन्द्रीय चुनाव आयुक्त डॉ कृष्णमूर्ति की जयंती पर कुल 31 प्रतिभाओं को इंदिरा गांधी समरसता अवार्ड व डॉ.जीवीकृष्ण मूर्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया। इंदिरा गांधी समसरता अवार्ड से 21 एवं डॉ. जी.वी.कृष्णमूर्ति अवार्ड से 10 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाथ,उत्तराखंड के वरिष्ठ राजनेता हरपाल रावत,उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. जीसी राव, श्रीमती पदमा कृष्णमूर्ति, विशिष्ट सलाहकार प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल के महावीर प्रसाद द्वारा नेपाल राष्ट्र की टोपी शॉल मेडल स्मृति चिन्ह अभिनंदन पत्र द्वारा अभिनंदन किया गया।
इंदिरा गांधी समरसता अवार्ड सुमन बारमेचा चेन्नई, मंगल शिवाजी सोलंकी महाराष्ट्र, श्रीमती परशेष्ट राव राजस्थान, डॉ सीमा सुराणा मध्य प्रदेश, उषा कुमार हरियाणा, प्रणिता तलेसरा राजस्थान, डॉ राधिका रतन पंजाब, मधु के. नाल उत्तराखंड, निशा व सुनीता हरियाणा, हरीश पांडे राजस्थान, श्रीमती नारायणी देवी राजस्थान, कमलेश आर्य उत्तर प्रदेश, मंजू सेन राजस्थान, अहिल्या भालेराव मध्य प्रदेश, सुधा राठौड़ मध्य प्रदेश, सरोज मीणा राजस्थान, अंजू वशिष्ठ हरियाणा, डॉ.अनामिका गर्ग मोदी राजस्थान, प्रभात सिंघवी राजस्थान, नीलम कुमारी बिहार का अभिनंदन किया गया।
डॉ. जीवी कृष्णमूर्ति अवार्ड से विनोद कुमार काठमांडू, उदय कुमार अग्रवाल बिहार, राजेश, डॉ. महेंद्र सिंह वशिष्ठ, टैंक नाथ चितवन नेपाल, विजय कुमार तोमर नई दिल्ली, दीपशिखा भारती एडवोकेट नई दिल्ली, राजेश रंजन समाज सेवक दिल्ली, तनुश्री आचार्य नई दिल्ली को प्रदान किया गया।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत की प्रतिष्ठा शक्ति पंचशील सिद्धांत भारत नेपाल की वैदिक कालीन संस्कृति का पुनरुत्थान हो। सम्मेलन में प्रतिभाओं का जी-22 समरसता का संस्कृत समन्वय सम्मेलन दिनांक 28 से 31 दिसंबर 2023 को काठमांडू नेपाल का आमंत्रण भी दिया गया। यह अवार्ड समाज में विभिन्न गतिविधियों के लिए दिया गया।