सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय (एसपीएसयू), उदयपुर द्वारा प्रबंधन संकाय के तत्वावधान में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “बिज–स्मार्ट–2025: सस्टेनेबिलिटी, एआई, रेज़िलिएंस, ट्रांसफ़ॉर्मेशन तथा व्यवसाय एवं प्रबंधन में रूपांतरण” का सफलतापूर्वक आयोजन 21–22 नवम्बर 2025 को किया गया। इस सम्मेलन में देश-विदेश के शिक्षाविदों, उद्योग विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और नव प्रवर्तकों ने भाग लेकर व्यवसाय, प्रौद्योगिकी तथा समाज के भविष्य को दिशा देने वाले उभरते वैश्विक रुझानों पर विचार-विमर्श किया। उद्घाटन सत्र का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. पृथ्वी यादव, माननीय अध्यक्ष, एसपीएसयू ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में सम्मेलन के उद्देश्यों और विश्वविद्यालय की शोध एवं नवाचार यात्रा पर प्रकाश डालते हुए मुख्य अतिथि प्रो. कैलाश सोडानी, सलाहकार, माननीय राज्यपाल राजस्थान एवं पूर्व कुलपति, वीएमओयू, कोटा; तथा विशिष्ट अतिथियों प्रो. एन. एस. राठौड़, पूर्व कुलपति, एमपीयूएटी, उदयपुर; एवं प्रो. इमरान सलीम, यूनिवर्सिटी ऑफ बुरैमी, ओमान का सम्मान किया।
सम्मेलन का औपचारिक परिचय प्रो. सदानन्द प्रुस्टh डीन, प्रबंधन संकाय द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसके पश्चात उद्घाटन सत्र का धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. श्वेता ललवानी, उप-डीन, प्रबंधन संकाय ने दिया।
सम्मेलन की विशेषता दो विस्तृत मुख्य-वक्ता (कीनोट) सत्र रहे, जिनमें अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भविष्य की प्रौद्योगिकी, सतत विकास तथा वैश्विक नेतृत्व पर अपने विचार रखे। इनमें प्रमुख रूप से सम्मिलित थे—प्रो. मोहम्मद कमाल बतौर (ओमान), प्रो. संदीप पोद्दार (मलेशिया), डॉ. अनुराग श्रीवास्तव (कनोडिया समूह), प्रो. मोहनलाल अग्रवाल (दुबई), प्रो. नवेद यासीन (दुबई), श्री शुजाथ बिन अली (भारत), प्रो. बुई थान्ह हुंग (वियतनाम) और प्रो. इंद्रजीत पाल (थाईलैंड)। सभी वक्ताओं ने तकनीकी परिवर्तन, वैश्विक व्यापार, नवाचार और सामाजिक प्रभाव पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।
दो दिनों में चार समानांतर सत्रों में 70 से अधिक शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए। ट्रैक इस प्रकार थे—
• एआई, स्वचालन और डिजिटल रूपांतरण (अध्यक्ष: प्रो. मीरा माथुर)
• सस्टेनेबिलिटी, हरित प्रथाएँ और पर्यावरण नवाचार (अध्यक्ष: डॉ. हर्षिता श्रीमाली)
• पर्यटन, आतिथ्य, मेटावर्स एवं अनुभव अभिकल्पना (अध्यक्ष: लतीफ़ खान)
• व्यवसाय प्रबंधन, मानव संसाधन, वित्त एवं सामाजिक रूपांतरण (अध्यक्ष: प्रो. नवीन कुमार)
प्रत्येक प्रस्तुति के बाद आयोजित प्रश्न-उत्तर सत्रों ने प्रतिभागियों, शोधार्थियों और विशेषज्ञों के बीच गहन शैक्षणिक संवाद को और अधिक समृद्ध बनाया। सम्मेलन में भारत, ओमान, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, थाईलैंड, वियतनाम, घाना और दक्षिण एशिया के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने भाग लिया, जिसने कार्यक्रम को सचमुच अंतरराष्ट्रीय स्वरूप प्रदान किया।
समापन सत्र में डॉ. साहिल अरोड़ा ने सम्मेलन का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इसके पश्चात माननीय अध्यक्ष, एसपीएसयू ने विभिन्न तकनीकी सत्रों के श्रेष्ठ शोध-पत्र पुरस्कार तथा अन्य पुरस्करों का वितरण किया। समापन धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. इमरान अनवर, सहायक प्रोफेसर, प्रबंधन संकाय ने प्रस्तुत किया।
सम्मेलन ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि एसपीएसयू सतत विकास, तकनीकी नवाचार और व्यवसायिक रूपांतरण के क्षेत्रों में अनुसंधान-प्रधान विकास को प्रोत्साहित करने के प्रति पूर्णतः समर्पित है। प्रतिभागियों ने विश्वविद्यालय द्वारा उत्कृष्ट शोध, नवाचार और वैश्विक शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों की सराहना की।