GMCH STORIES

राष्ट्रीय पुस्तकालय सप्ताह (14–20 नवम्बर) का समापन: कोटा में उत्कृष्ट प्रतिभाओं का सम्मान

( Read 1370 Times)

21 Nov 25
Share |
Print This Page

राष्ट्रीय पुस्तकालय सप्ताह (14–20 नवम्बर) का समापन: कोटा में उत्कृष्ट प्रतिभाओं का सम्मान

राजकीय मण्डल सार्वजनिक पुस्तकालय, कोटा में 14–20 नवम्बर के दौरान आयोजित राष्ट्रीय पुस्तकालय सप्ताह का समापन समारोह गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। सप्ताह भर पुस्तकालय द्वारा पठन संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु रीड-अलाउड सेशन, पुस्तक प्रदर्शनी और आउटरीच कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनसे बड़ी संख्या में नागरिक, विद्यार्थी और पुस्तकालय प्रेमी जुड़े।

समापन अवसर पर मिस मधु मंडल एवं मिस हर्षिता योगी को सप्ताह के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मेडल एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। दोनों प्रतिभाओं ने कार्यक्रम संचालन, समन्वय और पाठन-प्रेरक गतिविधियों में सक्रिय रूप से योगदान दिया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव, डॉ. शशि जैन, नरेंद्र शर्मा, रामनिवास धाकड़, और अजय सक्सेना उपस्थित रहे। सभी ने पुस्तकालय सप्ताह की गतिविधियों को समुदाय–उन्मुख बताते हुए पठन संस्कृति को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

समारोह के दौरान व्यक्त विचारों में, डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “पुस्तकालय केवल पुस्तकों का भंडार नहीं, बल्कि समुदाय के बौद्धिक विकास का केंद्र है। इस सप्ताह ने यह साबित किया कि लोग ज्ञान और पठन से जुड़ने के लिए उत्साहित हैं।”

शशि जैन ने इसे नई पीढ़ी को पुस्तकालयों से जोड़ने की प्रभावी पहल बताते हुए कहा, “रीड-अलाउड और आउटरीच गतिविधियाँ युवाओं में पठन की आदत विकसित करने का मजबूत माध्यम हैं।”
 

अधिवक्ता नरेंद्र शर्मा ने युवा प्रतिभाओं के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा, “इन प्रतिभाओं ने दिखाया कि युवा नेतृत्व पुस्तकालय संस्कृति को नई दिशा दे सकता है।”

वहीं रामनिवास धाकड़ ने इस सप्ताह को समुदाय–पुस्तकालय संवाद को बढ़ाने वाला मंच बताया, जबकि अजय सक्सेना ने कहा कि “पुस्तकालयों की प्रासंगिकता आज भी उतनी ही मजबूत है; हमें इन्हें आधुनिक गतिविधियों से लगातार जोड़ना होगा।”

समापन के अंत में पुस्तकालय प्रशासन ने सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों का धन्यवाद करते हुए यह संकल्प दोहराया कि पठन संस्कृति और ज्ञान-विकास को प्रोत्साहित करने वाली ऐसी गतिविधियाँ आगे भी निरंतर जारी रहेंगी।

 


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like