उदयपुर।मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में सुश्री आंशी सरिता शर्मा को “Social Welfare Schemes and Compliances of Labour Law: An Assessment-Centric Approach on Contract Labour” विषय पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने यह शोधकार्य प्रो. राजेश्वरी नरेंद्रन के निर्देशन में सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
अपने शोध के संदर्भ में आंशी सरिता शर्मा ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में श्रमिक की भूमिका रक्तप्रवाह के समान होती है, इसलिए उसका सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है। यह अध्ययन ठेका श्रमिकों की जमीनी स्थिति को समझने में सहायक सिद्ध होता है तथा यह स्पष्ट करता है कि उनके सशक्तिकरण के लिए कौन-कौन से प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि शोध के माध्यम से श्रमिक कल्याण योजनाओं और श्रम कानूनों के अनुपालन का मूल्यांकन किया गया है, जिससे यह समझ विकसित होती है कि ठेका श्रमिकों के लिए कार्य वातावरण को बेहतर बनाने हेतु किन नीतिगत और व्यवहारिक बदलावों की आवश्यकता है।
यह शोध कार्य न केवल श्रम नीति और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है, बल्कि ठेका श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार की दिशा में भी एक सार्थक पहल प्रस्तुत करता है।