विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की अखिल भारतीय उपाध्यक्ष ने किया आह्वान,
बांसवाड़ा जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में दिया प्रेरक उद्बोधन,
केन्द्र की गतिविधियों से जुड़कर सहभागिता निभाने का आह्वान
बाँसवाड़ा,विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अखिल भारतीय उपाध्यक्ष, सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक चिन्तक एवं पद्मश्री से अलंकृत विभूति सुश्री निवेदिता भिडे ने जनजाति क्षेत्रों में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और सीधा संवाद कायम करते हुए सामाजिक एवं राष्ट्रीय सरोकारों के निर्वाह में पूरी जागरुकता एवं सर्वस्व समर्पण भाव से जुटने का आह्वान किया।
घोटिया आम्बा में धर्म जागरण और जनजाति उत्थान पर चर्चा
पद्मश्री सुश्री निवेदिता भिडे आदिवासियों के प्रमुख तीर्थ घोटिया आम्बा धाम में मन्दिर परिसर में बैठक में साधु-संतों एवं भगतों के साथ गहन चर्चा की। इसमें जनजाति क्षेत्रों में अधिक से अधिक रचनात्मक गतिविधियों के संचालन, धर्मजागरण और संस्कार संवहन के प्रयासों पर जोर दिया गया और इसके लिए योजनाबद्ध प्रयासों में तेजी लाने का सामूहिक संकल्प व्यक्त किया गया।
उन्होंने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के माध्यम से संचालित आनंदालय की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए शिक्षा, संस्कारों व नैतिक मूल्यों के माध्यम से समाज में हो रहे परिवर्तन तथा धर्म जागरण की महत्ता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के उद्देश्यों, लक्ष्यों और कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सदा धर्म जागरण के पथ पर अग्रसर रहेगा। इसके लिए व्यापक स्तर पर हर कहीं ठोस प्रयास हो रहे हैं।
बैठक में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के अन्तर्गत संचालित पश्चिम क्षेत्र जनजाति सेवा प्रकल्प के प्रकल्प संयोजक, बड़ा रामद्वारा के संत श्री रामप्रकाश रामस्नेही जी महाराज ने धूंणी धामों को धर्म जागरण एवं धर्म रक्षा का प्रमुख केंद्र बनाने का आह्वान करते हुए संतों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्रों में निरंतर प्रवास कर जन-जागरण गतिविधियों को उत्तरोत्तर विस्तार प्रदान करें।
प्रकल्प प्रमुख कांतिलाल व्यास ने जनजाति समाज को सनातन धर्म से जोड़े रखने हेतु संतों के निरन्तर प्रवास एवं धार्मिक जागरण विषयक बहुआयामी गतिविधियों की निरन्तरता को अनिवार्य बताया।
इस दौरान् संत नर्सिंग गिरी महाराज तथा संत रामगिरी महाराज ने धर्म रक्षा के अनेक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत कर अहम् सुझाव दिए।
बैठक में विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राजस्थान प्रान्त प्रतिनिधियों में प्रान्त संचालक शकुंतला दीदी, प्रान्त प्रमुख भगवान सिंह, प्रान्त संगठक शीतल दीदी, प्रान्त सह संचालक डॉ. गंगाहरि विष्णु दिवाकर, भीलवाड़ा जिले से नगर प्रमुख भूपेंद्र जोशी, निधि प्रमुख अविनाश पारीक, सह योग प्रमुख (जयपुर विभाग) रवि भांभी, भीलवाड़ा नगर संगठक संगीता दीदी, पश्चिम क्षेत्र जनजाति सेवा प्रकल्प के सह प्रकल्प प्रमुख जय गिरिराज सिंह चौहान एवं व्यवस्था प्रमुख कमल भट्ट आदि ने विचार व्यक्त किए।बैठक में बांसवाड़ा जिले में संचालित जनजाति सेवा प्रकल्प की विभिन्न गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया गया कि प्रकल्प के कार्यों से सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार एवं जनजाति समाज के उत्थान के संकल्प को और अधिक मजबूती मिली है और कल्याणकारी प्रवृत्तियों को सशक्त सम्बल प्राप्त हो रहा है।