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एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल ने भारत की पहली रोबोटिक टेली-सर्जरी मैराथन की मेज़बानी की

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27 Dec 25
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एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल ने भारत की पहली रोबोटिक टेली-सर्जरी मैराथन की मेज़बानी की

एसएसआईआई मंत्रा के साथ 100 टेली-सर्जरी के ऐतिहासिक पड़ाव का जश्न
उदयपुर :
 भारत की पहली स्वदेशी सर्जिकल रोबोटिक प्रणाली एसएसआईआई मंत्रा के डेवलपर, एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल इंक. ने 100 रोबोटिक टेली-सर्जरी के सफल समापन के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा की है। यह मील का पत्थर तकनीक-सक्षम स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह दर्शाता है कि उन्नत सर्जिकल विशेषज्ञता को स्वदेशी नवाचार के माध्यम से दूर-दराज़ क्षेत्रों तक भरोसेमंद ढंग से पहुँचाया जा सकता है।
डॉ. सुधीर श्रीवास्तव, संस्थापक, चेयरमैन एवं सीईओ, एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल इंक. ने कहा कि एसएसआईआई मंत्रा के साथ 100 टेली-सर्जरी पूरी करना भारतीय मेडटेक नवाचार के लिए एक निर्णायक क्षण है। यह मैराथन रोबोटिक टेली-सर्जरी बड़े पैमाने पर सटीकता और विश्वसनीयता का वास्तविक क्लिनिकल प्रदर्शन है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उन्नत सर्जिकल देखभाल भौगोलिक सीमाओं तक सीमित न रहे और भारत में विकसित विश्वस्तरीय विशेषज्ञता सुरक्षित एवं भरोसेमंद तकनीक के माध्यम से हर मरीज तक पहुँच सके।
इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में, एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल ने भारत की पहली मैराथन रोबोटिक टेली-सर्जरी का आयोजन किया, जिसके दौरान एक ही दिन में 20 से अधिक टेली-सक्षम रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की गईं। यह पहल SSII मंत्रा प्लेटफ़ॉर्म का वास्तविक क्लिनिकल प्रमाण प्रस्तुत करती है, जो विभिन्न सर्जिकल विशेषज्ञताओं में इसकी सटीकता, सुरक्षा और स्केलेबिलिटी को दर्शाती है। यह आयोजन स्वास्थ्य अवसंरचना को सशक्त बनाने और महानगरों से परे विशेषज्ञ-आधारित उपचार सेवाओं के विस्तार में रोबोटिक टेली-सर्जरी की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करता है। यह उपलब्धि 1.4 अरब की आबादी वाले देश में टेली-सर्जरी की परिवर्तनकारी क्षमता को उजागर करती है, जहाँ उन्नत सर्जिकल देखभाल तक पहुँच अभी भी असमान है। दूरस्थ सर्जरी की सुविधा प्रदान कर, एसएसआईआई मंत्रा महत्वपूर्ण स्वास्थ्य अंतराल को पाटने, भौगोलिक असमानताओं को कम करने और एक अधिक समावेशी एवं सुदृढ़ स्वास्थ्य प्रणाली के निर्माण में योगदान देता है। साथ ही, यह चिकित्सा प्रौद्योगिकी और सर्जिकल नवाचार में भारत की वैश्विक नेतृत्वकारी भूमिका को भी सुदृढ़ करता है।


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