कोटा,नवंबर। कोटा शिक्षा नगरी के पुलिस सेंटर सर्किल 2 में पुलिस उप अधीक्षक के पद पर जॉइन करने वाली पहली महिला डीएसपी डॉ. पूनम ने कहा कि उनके सर्किल में पाँच पुलिस थाने आते हैं जिनमे रेलवे कॉलोनी, भीमगंजमण्डी, नयापुरा, नाँता और कुन्हाड़ी थाना है। उन्होंने कहा कि पूरे कोटा शहर में चाकूबाजी और आपसी रंजिश को लेकर होने वाले मारपीट के मामले कॉमन क्राइम है। जिसको पूरी तरह से समझ लिया है साथ ही मेरे क्षेत्र में आने वाले एसएचओ और आईओ की क्राइम मीटिंग भी ली गई है। पूनम ने कहा कि जेर तफ़्तीश की जो पेंडेंसी है वो 26 प्रतिशत है उसको पुलिस मुख्यालय के मापदंडों के अनुसार 10 प्रतिशत से कम पर लाना हमारी पहली प्राथमिकता है साथ ही लोकल और स्पेशल एक्ट में पिछले साल के मुकाबले जिस भी हेड में कम चल रही है वो हेड पूरा हो जाये। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय और जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जो अभियान ऑपरेशन गरूड़ चल रहा है जिसपर ड्रग्स कंट्रोल को लेकर हम कार्यवाहियां कर रहे है, तो उसके तहत कोशिश है कि हमारे सर्किल में अधिक से अधिक कार्यवाही हो, जो ड्रग्स खरीदने और बेचने वाले हो उनपर सख्ती से एक्शन लिया जाय। समय-समय पर जो भी अभियान चलाया जाएगा उनपर सख्ती से कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा हमारी प्राथमिकता यह भी रहेगी कि हमारे क्षेत्र में लॉयन ऑर्डर की स्थिति मजबूत रहे। हमारे पुलिस मुख्यालय के जो 12 बिंदु दिए हुए हैं उन पर हमारा क्षेत्र खरा उतरे क्योकि रेंज से कोटा जिले को मॉर्डन जिले के रूप में भेजा गया। साथ ही उच्च अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जो भी दिशानिर्देश जारी किये जायेंगे उनकी पूर्णरूप से कर्तव्यनिष्ठा के साथ पालना सुनिश्चित की जाएगी। डीएसपी डॉ. पूनम ने आमजन, पुलिस टीम और मीडिया से अपेक्षा रखते हुए कहा की है हम सब मिलकर कोटा की शांति और सुरक्षा के मद्देनजर और बेहतर ढंग से कार्य करें। इसके अलावा उन्होंने बताया कि मेरा एक थाना कुन्हाड़ी कोचिंग क्षेत्र में पड़ता है, एक महिला पुलिस अधिकारी होने के नाते मेरा यह दायित्व भी बनता है कि वहाँ स्टूडेंट सेल की टीम की मदद से समय-समय पर कोचिंग छात्रों के बीच जाकर उनसे सीधे तौर पर संवाद करूँ, बच्चों की समस्यों को सुनकर उसका तुरंत समाधान करूँ, ताकि कोचिंग स्टूडेंट्स भी मुझे खुलकर अपनी समस्याओं से अवगत करवा सकें।