उदयपुर 1राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने भाजपा सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह दो वर्ष राजस्थान के लिए विकास, विश्वास और सुशासन के नहीं, बल्कि अपराध, अव्यवस्था और असुरक्षा के वर्ष साबित हुए हैं।
शुक्रवार को यूनिवर्सिटी रोड स्थित जोशी भवन के यहां शर्मा ने ब्लेक पेपर जारी कर कहा कि राजस्थान, जो अपनी मर्यादा, संस्कृति और वीरता के लिए जाना जाता है, आज भाजपा सरकार की नीतिगत नाकामियों के कारण अपराधियों का अड्डा बनता जा रहा है। जनता जिस “सुशासन” की उम्मीद लेकर बैठी थी, उसे भय, निराशा और खोखले आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ रहा है और पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव में पंगु हो चुका है। शहरों से लेकर गांवों तक अपराध तेजी से फैला है, लेकिन सरकार का नियंत्रण नाममात्र का दिख रहा है। गंभीर अपराधों में दोष सिद्धि की दर बेहद कम होने के कारण अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और आम नागरिक रोजमर्रा में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
शर्मा ने विशेष रूप से महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को राजस्थान के लिए सबसे शर्मनाक स्थिति बताया। उन्होंने कहा कि राज्य लगातार उन राज्यों में शामिल रहा जहाँ महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म, गैंगरेप और अपराधों में वृद्धि दर्ज की गई। कई मामलों में पीड़ित परिवारों को FIR दर्ज करवाने तक के लिए संघर्ष करना पड़ा, और अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलना आम बात बन गई। महिला सुरक्षा को लेकर सरकार द्वारा की गई घोषणाएँ ज़मीन पर कहीं दिखाई नहीं दीं।
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में चोरी, लूट, डकैती, सेंधमारी, ट्रक-लूट, ATM-बैंक चोरियों और संगठित अपराधों में भारी बढ़ोतरी हुई है। हनुमानगढ़, अलवर, जयपुर, उदयपुर से लेकर श्रीगंगानगर तक लोग खुद कहने लगे हैं कि वे अपने ही घरों में सुरक्षित नहीं हैं। जब जनता को अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़े, तो सरकार की मौजूदगी का कोई अर्थ नहीं रह जाता।
शर्मा ने यह भी कहा कि युवा, किसान, मजदूर और व्यापारी—सभी भाजपा सरकार की विफलता का शिकार बने हैं। युवाओं में नशे का बढ़ता प्रसार, कॉलेजों में असामाजिक तत्वों की सक्रियता और बेरोज़गारी के कारण बढ़ता अपराध चिंता का विषय है। किसानों के उपकरण और फसलों की चोरी, ग्रामीण क्षेत्रों में रात के समय असुरक्षा, और व्यापारियों से बढ़ती लूट व दुकानों में सेंधमारी प्रदेश में अराजकता का माहौल दर्शाती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन पर राजनीतिक हस्तक्षेप ने न्याय व्यवस्था को कमजोर कर दिया है। जांचों में लापरवाही, अधूरी कार्रवाई और अपराधियों को संरक्षण मिलने जैसे हालातों ने जनता का भरोसा तोड़ा है। न्यायिक प्रक्रिया इतनी कमजोर हो चुकी है कि अधिकांश अपराधी आसानी से छूट जाते हैं, जिसके कारण अपराध बढ़ना स्वाभाविक है।
पंकज शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार के दो वर्ष घोषणाओं, जुमलों और इवेंट मैनेजमेंट में बीते, जबकि प्रदेश की जनता सुरक्षा के लिए तरसती रही। सरकार न तो सुरक्षा दे पाई, न अपराध रोक पाई, न ही महिलाओं-बच्चों की रक्षा कर पाई।
अंत में उन्होंने कहा कि दो वर्षों बाद भी राजस्थान की जनता यही पूछ रही है—“सुरक्षा कहाँ है?”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रतिबद्धता स्पष्ट है—राजस्थान को भय-मुक्त, सुरक्षित और कानून-व्यवस्था आधारित राज्य बनाना। कांग्रेस अपराधियों का नहीं, कानून का राज चाहती है और इसी उद्देश्य के लिए संघर्ष कर रही है।
इस अवसर पर अशोक तंबोली ,सुभाष चित्तौड़ा , कन्हैयालाल मेनारिया, जगदीश नागदा, कपिल वसीटा,सज्जाद भाई, मोहम्मद सादिक, जगदीश झालानिया, नरेश साहू, नितेश सर्राफ, चित्रू , कुलवंत राय भटनागर आदि उपस्थित थे।