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डॉ गौड़ ने,8 घण्टों में,320 किलोमीटर के सफ़र से,सम्पन्न कराया नैत्रदान-देहदान

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27 Nov 23
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डॉ गौड़ ने,8 घण्टों में,320 किलोमीटर के सफ़र से,सम्पन्न कराया नैत्रदान-देहदान

 शाइन इंडिया फाउंडेशन संस्था की टीम के छीपाबड़ौद के ज्योति-मित्र सुरेश अदलक्खा की माताजी राजरानी के आकस्मिक निधन की सूचना प्राप्त हुई । राजरानी  ने काफी समय पहले ही अपने बेटे सुरेश और राकेश को अपने नेत्रदान और देहदान करने की इच्छा बता रखी थी ।


सूचना मिलते ही कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ अपना मतदान कर तुरंत ज्योति रथ से 2 घंटे में 140 km का सफर तय कर छीपाबड़ौद पहुँचे ।


बैंड बाजे की धुन के साथ पार्थिव शव को क्षेत्र के मुक्तिधाम लाया गया,जहाँ परिजनों ने निमित्त मात्र का अंतिम संस्कार किया । नेत्रदान प्रक्रिया के दौरान शहर के कई गणमान्य नागरिक व्यापारिक बंधु और समाजसेवी कार्यकर्ता मौजूद थे । नैत्रदान के बाद दुल्हन की तरह सजायी गयी एम्बुलेंस में माता जी के पार्थिव शव को रखकर छीपाबड़ौद से 90 km दूर झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में, भावी चिकित्सकों के अध्ययन के लिये रवाना किया ।


देहदानी परिवार की सराहना करते हुए डॉ कुलवंत गौड़ ने कहा कि,इस तरह के सेवा कार्यों में परिवार के सदस्यों के विरोध को सहते हुए कार्य को संपन्न करना,बड़ा ही साहसिक कदम है । ग्रामीण परिवेश में जहां अभी लोग नेत्रदान अंगदान और देहदान के प्रति काफी भ्रांतियां रखते हैं । वहां पर इस तरह के कार्य का संपन्न होना यह बताता है कि,लोगों में इस तरह के सेवाकार्यों के प्रति जागरूकता का प्रतिशत बढ़ रहा है ।


डॉ मनोज शर्मा सीनियर प्रोफेसर एनाटॉमी विभाग झालावाड़ मेडिकल कॉलेज ,के नेतृत्व में विपरीत परिस्थितियों में मेडिकल कॉलेज को खुलवाकर देहदान का कार्य संपन्न हुआ,आज प्रदेश भर में मतदान के कारण ज्यादातर स्टाफ छुट्टी पर था । ऐसे में मृत देह को ससम्मान प्राप्त करना और उसका संरक्षण करना बहुत ज्यादा जरूरी था । डॉ मनोज की सूचना पर तुरंत ही सभी स्टाफ मेडिकल कॉलेज में पहुंचा और राजरानी की देह को प्राप्त किया । ज्ञात हो कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में यह छठा देहदान है । इनमें से चार देहदान संस्था के द्धारा ही प्राप्त हुए हैं ।


देहदान प्रक्रिया के दौरान परिवार के दोनों बेटे सुरेश,राकेश एवं बेटिया रीता,सुनीता,पोती प्राची,पोता पिनाक,दामाद। विनीत सहित करीबी रिश्तेदार व शाइन इंडिया की झालावाड़ शाखा के नितिन कटारिया,अजय गोयल भी मौजूद थे । छीपाबड़ौद के इस पंजाबी परिवार के द्वारा पूर्व में भी दो-तीन नेत्रदान प्राप्त हुए हैं । इसी तरह से बाराँ  जिले का यह तीसरा देहदान है, पूर्व में बाराँ शहर से रेवती ठाकुर और ग्राम समरानिया से कमलाबाई जैन का देहदान भी शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से झालावाड़ मेडिकल कॉलेज को प्राप्त हुआ है ।


सुबह से बिना कुछ खाये-पिये,कोटा से निकले हुये डॉ कुलवंत गौड़ ने 8 घंटे की भाग दौड़ में 320 किलोमीटर पूरे किए और इस तरह से एक नेत्रदान और देहदान का पुनीत कार्य सम्पन्न किया।


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