-बीएपी नेताओं ने आंगनवाडी बहनों को भ्रष्ट कहकर उनका अपमान किया
-स्कूलों में दोपहर का भोजन को बंद करने का षड़यंत्र कर रहा है राजकुमार रोत: सांसद मन्नालाल रावत
उदयपुर। दिशा समिति, डूंगरपुर के सह अध्यक्ष सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने आरोप लगाया कि डूंगरपुर में दिशा बैठक के दौरान बीएपी के सांसद राजकुमार रोत व विधायक आसपुर ने अशोभनीय टिप्पणियां की, थप्पड़ मारने की कौशिश की, जान से मारने की धमकी दी और राजनीतिक छिछोरापन करने की कोशिश की। बीएपी नेताओं को डूंगरपुर और आदिवासी विकास से कोई मतलब नहीं था, बल्कि राज्य सरकार द्वारा करवाए जा रहे शिविरों और विकास कार्यों को लेकर हल्की बयानबाजी की। यहां तक कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को लेकर बहुत निन्दाजनक टिप्पणी की।
सांसद डॉ रावत ने कहा कि बीएपी सांसद व विधायक के इसी रवैये को लेकर उन्होंने बैठक में खुलकर विरोध किया व मोदी जी की सरकार द्वारा निर्देशित एजेंडा पर ही चर्चा करने का आग्रह किया, जिस पर बीएपी के इन नेताओं ने बाहर निकल कर देखे लेने और अपशब्द कहकर धमकी दी।
सांसद डॉ रावत ने कहा कि बैठक में बीएपी नेताओं ने अनर्गल बातें की, धमकी दी और भारत सरकार जो दिशा बैठक की जो गाईडलाइन है उसकी भी अवहेलना की। हमने इसका प्रतिकार किया। बैठक शुरु होते ही सांसद राजकुमार रोत ने राजनीति और बेतुकी टिका टिप्पणी शुरु कर दी।
सांसद डॉ रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जनसमस्याओं के निवारण के लिए शिविर लगा रखे हैं। गांवों की छोटी-छोटी समस्याएं इससे ग्रामीणों की हल हो रही है, लेकिन सांसद राजकुमार रोत इन शिविरों को लेकर टिप्पणी करते रहे कि टेंट का पैसा का कहां से आ रहा है, खाने का पैसा कहां से आ रहा, ये हम लोगों का पैसा खर्च कर रहे हैं जबकि यह बैठक का एजेंडा ही नहीं था जो एक जनप्रतिनिधि के लिए अशोभनीय बात है।
सांसद डॉ रावत ने कहा कि दिशा बैठक के लिए केंद्र सरकार ने 101 बिन्दू तय कर रखें हैं जिस पर चर्चा करके जनता के कल्याण व उनके हित के लिए जो कुछ हो सकता है उस पर निर्णय करें व अधिकारियों को निर्देश दें। लेकिन सांसद राजकुमार रोत केवल राजनीति और छिछोरी राजनीति पर उतर आए। जो एक आम आदमी के लिए भी असहनीय है। सांसद डॉ रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत की बात करते हैं तो डूंगरपुर भी उसका हिस्सा है। क्या डूंगरपुर गरीब ही रहेगा। डूंगरपुर क्या पलायन ही करता रहेगा। हम चाहते हैं कि डूंगरपुर में भी विकास हो, रोजगार आना चाहिए और कौशल विकास होना चाहिए। जबकि सांसद रोत केवल अलगाव की राजनीति करना चाहते हैं।
सांसद रावत ने कहा कि सांसद राजकुमार रोत ने आंगनवाडी बहनों के लिए कहा कि वे भ्रष्ट है और राशन सामान गुजरात ले जाकर बेच देते हैं। सांसद रोत ने यह बात कहा सभी आंगनवाडी बहनों का अपमान किया है।
सांसद रावत के हस्तक्षेप के बाद कुछ हद तक बैठक डूंगरपुर की जनता के विकास पर केंद्रित रही। बैठक के अंत में रावत ने कलेक्टर को कहा कि धमकी देने वालों की विरुद्ध एफआईआर की कार्रवाई आप करेंगे या मैं मुख्यमंत्री जी को कहूं?