के डी अब्बासी
कोटा। कोटा।शहर में शराब के ठेकों की बत्ती गुल हुई है तो इसके विपरीत कोटा शहर की बीयर बार गुलज़ार हो गई है। कोटा की बीयर बार में खुले आम अवैध शराब की बिक्री की खास खबर बताई जा रही है। सच यह है कि कोटा सिटी एसपी तेजस्विनी गौतम ने जब कोटा शहर पुलिस अधीक्षक का चार्ज सम्हाला उस समय उनके एक आदेश ने कोटा शहर के शराब के ठेके की रात आठ बजे बाद जलने वाली बत्ती गुल करा दी थी। ठेके पर देर रात आठ बजे बत्ती जलने वाली बत्ती से इस बात का संकेत था कि शराब की बिक्री आस पास हो रही है। उस समय कोटा शहर में देर रात बिकने वाली अवैध शराब की बिक्री लगभग 95% बंद हो चुकी थी। समय गुजरने के साथ लगभग बीस दिन गुजरने के बाद कोटा शहर में फिर से शराब के ठेकों की बत्ती रोशन हो गई थी। क्या कारण रहा यह तो बताना मुश्किल है। लेकिन फिर अचानक दो दिन पहले कोटा सिटी एसपी तेजस्विनी गौतम के आदेश से कोटा शहर के शराब के ठेकों की बत्ती गुल हो गई यानी कोटा शहर में देर रात आठ बजे बिकने वाली अवैध शराब की बिक्री पर लगभग 95 प्रतिशत अंकुश लग चुका है। आश्चर्य इस बात का है कि कोटा में बीयर बार में देर रात तक उन्हें वहां बिठाकर शराब परोसी जा रही है जो कि नियमों के तहत अवैध शराब की श्रेणी में आती है। खबर यह है की कोटा पुलिस ने शराब के अड्डों को तो बंद कर दिया। लेकिन बीयर बार में बिठाकर पिलाने की जगह अवैध रूप से पार्सल के रूप में शराब बेची जा रही है जो अपने आप में आबकारी विभाग और कोटा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। लेकिन बीयर बार पर अवैध रूप से बिकने वाली शराब पर कोटा पुलिस का ध्यान बिल्कुल भी नहीं है।