दिमहावीर नवयुवक मंडल, सुंदरवास के तत्वावधान में जैन धर्म के सबसे बड़े तीर्थ सम्मेद शिखर जी की भव्य महायात्रा का शुभारंभ उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन से किया गया। उदयपुर से 155 यात्री तथा मुंबई से सम्मिलित यात्रियों सहित कुल 250 यात्रियों का दल इस महायात्रा में सम्मिलित हुआ।
यह यात्रा 11 दिनों की होगी, जिसमें सम्मेद शिखर के साथ-साथ सनातन परंपरा के 11 प्रमुख स्थलों का भी दर्शन किया जाएगा। यह यात्रा इस बात का प्रतीक है कि जैन समाज न केवल अपनी धार्मिक परंपराओं में, बल्कि सनातन संस्कृति में भी पूर्ण आस्था एवं विश्वास रखता है।
यात्रा को विदा करने हेतु उदयपुर शहर के अनेक सामाजिक, धार्मिक एवं संस्थागत संगठनों के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने यात्रियों का उत्साहवर्धन करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
यह संपूर्ण यात्रा महावीर नवयुवक मंडल के सचिव श्री भूपेश खमेसरा के कुशल नेतृत्व में संचालित की जा रही है, जिनके मार्गदर्शन में यात्रा की समस्त रूपरेखा तैयार की गई है।
महावीर नवयुवक मंडल के अध्यक्ष प्रवीण नाहर ने बताया कि इस यात्रा में सुंदरवास, उदयपुर एवं आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ राजस्थान के बाहर से भी बड़ी संख्या में यात्री सम्मिलित हुए हैं, जो अपने आप में एक अनूठी मिसाल है। साथ ही, आर्थिक एवं शारीरिक रूप से असमर्थ एवं धार्मिक बंधुओं को निशुल्क यात्रा का लाभ भी प्रदान किया जा रहा है। इस पुण्य कार्य में कई दानदाताओं द्वारा गुप्त दान दिया गया है। निशुल्क यात्रा कर रहे यात्रियों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई, जिससे उनके आत्मसम्मान की पूर्ण रक्षा हो सके।
महावीर नवयुवक मंडल के श्री महावीर वया ने समस्त यात्रियों को 11 दिनों की संपूर्ण यात्रा-रूपरेखा शांतिपूर्वक समझाते हुए सभी से व्यवस्थाओं में सहयोग करने एवं अनुशासनपूर्वक यात्रा का आनंद लेने का आग्रह किया।
सभी यात्रियों को उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन से टोपी पहनाकर, माला, तिलक एवं बहुमान के साथ भावपूर्ण वातावरण में रवाना किया गया।
यात्रा की रवानगी व्यवस्था में विनय जैन,जितेंद्र जैन, पारस खुर्दिया,कुलदीप जैन, विवेक मेहता, आशुतोष धींग एवं साजन मांडोत सहित अनेक कार्यकर्ताओं का सराहनीय सहयोग रहा।