जैसलमेर। जिला कलक्टर प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला बाल संरक्षण इकाई की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बाल अधिकारों की सुरक्षा, बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रम उन्मूलन तथा पोक्सो प्रकरणों की समीक्षा की गई।
बैठक में जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए एएनएम की नियमित बैठकें आयोजित की जाएं, ताकि जमीनी स्तर पर समय रहते सूचनाएं प्राप्त हो सकें।
पुलिस विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि जिले में पोक्सो एक्ट के कुल 18 प्रकरण दर्ज हैं, जिनमें से दो प्रकरण लंबित हैं। जिस पर जिला कलक्टर ने लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।
जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक हिम्मत सिंह कविया ने बताया कि बाल कल्याण समिति (ब्ॅब्) द्वारा सभी प्रकरणों का समयबद्ध एवं संवेदनशीलता के साथ निस्तारण किया जा रहा है। बैठक में बताया गया कि बाल श्रम रोकथाम के लिए बाल कल्याण समिति, श्रम विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त प्रयासों से विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि विद्यालयों में चाइल्ड राइट्स क्लब का गठन कर बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रहरी क्लब के अंतर्गत विद्यालयों के 200 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की नशे की दुकान न हो, इस संबंध में जिला कलक्टर द्वारा सख्त निर्देश दिए गए। साथ ही उन्होंने विद्यालय से ड्रॉप आउट हुए बच्चों का पुनः विद्यालय में नामांकन सुनिश्चित करने तथा इसके लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए।
बैठक के अंत में जिला कलक्टर सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बाल विवाह की रोकथाम हेतु विशेष एवं सतत अभियान चलाए जाएं तथा इस सामाजिक बुराई के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाए।
इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रवीण प्रकाश चौहान, महिला बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक सोमेश्वर देवडा, महिला अधिकारीता विभाग के उपनिदेशक अशोक गोयल सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।